काठमांडो : भूकंप के झटकों से पड़ोसी मुल्क नेपाल उबर नहीं पा रहा है. आज भी यहां विनाशकारी भूकंप के एक महीने बाद छह और झटके महसूस किये गये हालांकि इससे किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है. आपको बता दें कि एक माह पूर्व आए भूकंप ने नेपाल में करीब 9000 लोगों को काल के गाल में समा लिया था. इस त्रासदी से आजतक नेपाल बाहर नहीं निकल सका है.
नेपाल की राजधानी काठमांडो में स्थानीय समयानुसार सुबह पांच बजकर 29 मिनट पर 4.0 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किये गये. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनएससी) ने बताया कि इसके अलावा दोलखा जिले में 4.2 तीव्रता का झटका महसूस किया गया. दोलखा काठमांडो के पूर्वोत्तर में स्थित उन इलाकों में से एक है जो 25 अप्रैल को आए भूकंप के कारण तबाह हो गया था.
एनएससी के अनुसार इससे पहले तडके तीन बजकर सात मिनट और तीन बजकर 40 मिनट पर 4.0 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए जिनका केंद्र गोरखा- धादिंग था. 12 बजकर 14 मिनट अपराह्न पर 4.1 तीव्रता वाला भूकंप का झटका महसूस किया गया जिसका केंद्र दोलखा था.
दोलखा में पूर्वाह्न 11 बज कर 36 मिनट पर दूसरे भूकंप का झटका महसूस किया गया जिसकी तीव्रता 4.2 थी. 25 अप्रैल के बाद से देश में चार या इससे अधिक तीव्रता वाले भूकंप बाद के 280 से अधिक झटके महसूस किए गए हैं. नेपाल में 25 अप्रैल को 7.9 तीव्रता और इसके बाद 12 मई को 7.3 तीव्रता के भूकंप आए थे. देश में आए विनाशकारी भूकंप के कारण 9000 लोगों की मौत हो गई है और 21000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. इन दो भूकंपों के कारण नेपाल में हजारों इमारतें नष्ट या क्षतिग्रस्त हो गई हैं.