अब तक नहीं हुई पत्थर माफियाओं पर कार्रवाई

खैरा . प्रखंड क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाका अरुणमाबांक पंचायत के दिपलाही पहाड़ पर इन दिनों फिर से पत्थर माफियाओं द्वारा अवैध पत्थर उत्खनन कार्य किया जाने लगा है. बताते चलें कि करीब एक माह पूर्व पत्थर उत्खनन के दौरान हुए एक मजदूर की मौत के बाद पीडि़त परिजनों द्वारा थाना आदि को सूचना देने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2015 8:05 PM

खैरा . प्रखंड क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाका अरुणमाबांक पंचायत के दिपलाही पहाड़ पर इन दिनों फिर से पत्थर माफियाओं द्वारा अवैध पत्थर उत्खनन कार्य किया जाने लगा है. बताते चलें कि करीब एक माह पूर्व पत्थर उत्खनन के दौरान हुए एक मजदूर की मौत के बाद पीडि़त परिजनों द्वारा थाना आदि को सूचना देने के बाद पत्थर माफियाओं ने अपने करानामों को विराम लगा दिया था. लेकिन समय बीतने के बाद सब कुछ ठंडा होते देख पत्थर माफिया पुन: सक्रिय हो कर अपने कारनामों को अंजाम देने लगा है. सूत्रों की मानें तो पत्थर माफियाओं द्वारा अवैध रुप से उत्खनित पत्थर का उपयोग सड़क निर्माण कार्य में धड़ल्ले से किया जाता है.ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से अवैध पत्थर उत्खनन पर रोक लगाने की मांग करते हुए कहते हैं कि पत्थर माफियाओं के हरकत से क्षेत्र के लोग सहमे-सहमे से रहते हैं. वहीं क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय प्रशासन के कार्यकलाप पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि पत्थर माफिया के सदस्य दिन-रात डेरा डाल कर तथा बड़े-बड़े मशीन का उपयोग कर पत्थर उत्खनन कार्य को अंजाम दे राह है. जबकि स्थानीय प्रशासन से पूछे जाने पर इस बारे अनभिज्ञता जाहिर किया जाता है. बताते चलें कि दिपलाही पहाड़ पर ही कुछ दिन पूर्व अवैध पत्थर उत्खनन के दौरान गोली पंचायत के कपलो गांव की पानो हेंब्रम की मौत हो गयी थी. जबकि तीन मजदूर गंभीर रुप से घायल हो गये था. मृतक के परिजनों को न तो अब तक कोई सरकारी लाभ मिल पाया है और न ही परिजनों को पत्थर उत्खनन कराने वालों द्वारा कोई मुआवजा मिल पाया है.

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