प्रखंडवासियों नहीं मिल रहा पेयजल समस्या
अलीगंज. गरमी के दिनों में पानी की समस्या गंभीर बन गयी है,जिससे आम लोग परेशान है. खास कर पहाड़ की तलहटी के किनारे बसे गांवों की स्थित काफी गंभीर बनी हुई है. गरमी के दस्तक देते ही गांवों में लगे चापाकल व कु आं का जल स्तर काफी नीचे चला जाता है. भीषण गरमी से […]
अलीगंज. गरमी के दिनों में पानी की समस्या गंभीर बन गयी है,जिससे आम लोग परेशान है. खास कर पहाड़ की तलहटी के किनारे बसे गांवों की स्थित काफी गंभीर बनी हुई है. गरमी के दस्तक देते ही गांवों में लगे चापाकल व कु आं का जल स्तर काफी नीचे चला जाता है. भीषण गरमी से ताल-तलैया व तालाब भी सूख चुके हैं.पहाड़ की तलहटी के किनारे बसे ग्रामीणों के लिए पेयजल एक गंभीर समस्या बन चुका है. प्रखंड के अलीगंज, कोदवरिया, लक्ष्मीपुर, भलुआना, बेगवा, पुरसंडा, लेनिननगर, राधानगर, गहलौर, धनकुरवा आदि गांव के लोगों क ो पेयजल के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रहा है. खास कर जानवरों के लिए पेयजल की व्यवस्था करना और भी दूभर हो गया है. विभिन्न गांवों के पशुपालक अपने पशुओं को लेकर गंगा किनारे स्थित जगहों पर पलायन कर चुके हैं. ग्रामीणों द्वारा इस समस्या को लेकर जनप्रतिनिधियों एवं पीएचइडी विभाग के उच्चाधिकारियों तक को लिखित आवेदन देकर इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया था. लेकिन आज तक किसी ने सुधि तक नहीं ली. ग्रामीण राजेश पासवान, ब्रह्मदेव सिंह, मंटू सिंह, पोखन सिंह, गोपाल सिंह, श्यामसुंदर सिंह आदि ने बताया कि इस तपिश भरी गरमी से आम लोगों के लिए पेयजल बड़ी समस्या बन गयी है और लोग पानी के लिए त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे हैं. लेकिन पीएचइडी विभाग की कछुआ की चाल प्रखंडवासियों की प्यास बुझाने में कितना कारगर साबित हो पायेगा इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी मो जफर इमाम से पूछे जाने पर बताया कि खराब पड़े चापाकलों की शीघ्र मरम्मत करा कर प्रखंड वासियों के लिए पेयजल की उपलब्ध सुनिश्चित की जायेगी.