आखिर कितना अहम है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का का बांग्लादेश दौरा?
ढाका : भारतीय प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी का बांग्लादेश दौरा ऐतिहासिक होगा. प्रधानमंत्री के दो दिनों के इस दौरे में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसला लिया जाना है.बांग्लादेशभी इन गंभीर मुद्दों की तरफ इस नजरिये से देख रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीइनके हल के साथ बांग्लादेश पहुंचे हैं. बांग्लादेशीमीडियामें उत्साह बांग्लादेशीमीडिया इस दौरे को ऐतिहासिकदौरा मान […]
ढाका : भारतीय प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी का बांग्लादेश दौरा ऐतिहासिक होगा. प्रधानमंत्री के दो दिनों के इस दौरे में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसला लिया जाना है.बांग्लादेशभी इन गंभीर मुद्दों की तरफ इस नजरिये से देख रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीइनके हल के साथ बांग्लादेश पहुंचे हैं.
बांग्लादेशीमीडियामें उत्साह
बांग्लादेशीमीडिया इस दौरे को ऐतिहासिकदौरा मान रहा है. मी़डिया यह उम्मीद कर रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई अहम मुद्दों पर समझौता करेंगे. इस दौरे से मीडिया को बहुत उम्मीदें शायद इसलिए इसका कवरेज भी जोरदार तरीके से किया जा रहा है. बांग्लादेश केलीडिंग डेली नरेंद्र मोदी के दौरे को लेकर पहले से उत्सुक थे. न्यूज चैनल इस दौरे को लाइव कवर कर रहे हैं. मीडिया को नरेंद्र मोदी से काफी उम्मीदें हैं. द डेली स्टार ने बैनर में हेडलाइन लगायी है ए विजिट ऑफ हाई होप्स. टाका रेडी ने वेलकम मोदी लिखकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया है. कई अखबार और चैनलों में उन उम्मीदों पर चर्चा हो रही है जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा केंद्रित है.
किसी त्योहार की तरह सजा है ढाका शहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ढाका में जोरदार स्वागत किया गया. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना खुद मोदी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुंची. मोदी के स्वागत की तैयारियां बहुत पहले से की जा रही है. सड़कों पर लगे बैनर औऱ पोस्टर के साथ- साथ पूरे शहर को सजाया गया है.
भारत-बांग्लादेश के बीच विवादित मुद्दा
भारत–बांग्लादेश के बीच कई ऐसे विवादित मुद्दें हैं जिनका अबतक निपटारा नहीं हो पाया है. इनमें सबसे अहम तीस्ता जल विवाद है. भारत इसे लेकर लाभदायी बंटवारा चाहता है, जबकि बांग्लादेश इसके लिए तैयार नजर नहीं आता. 41 साल पुराना सीमा विवाद अहम मुद्दा है जिस पर भी इस बार चर्चा होने की संभावना है. कई ऐसे इलाके हैं जिस पर बांग्लादेश अपना दावा करता आया है. कई गांव इस कारण अब भी विकास से दूर हैं. बिजली, पानी जैसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं. इसके अलावा ट्रेड, व्यापार जैसे अहम मुद्दों पर भी दोनों देशों के बीच बातचीत होगी.