वाशिंगटन : स्मार्टफोन आने से लोगों में सेल्फी का क्र ेज बढ़ा है, लेकिन इस दीवानगी के चलते न सिर्फ कइयों ने जान गंवायी है बल्कि जेल भी पहुंचे हैं. हालिया मामले में सेल्फी के शौकीन इस्लामिक स्टेट के एक आतंकी का ये क्रेज अमेरिकी सेना के लिए काफी मददगार साबित हुआ है. आतंकी की सेल्फी देखकर अमेरिकी फोर्स ने उस जगह की पहचान कर ली और उसे तबाह कर दिया.
अमेरिकी सेना ने सीरिया में स्थित जिस जगह को ध्वस्त किया है उसे इस्लामिक स्टेट के हेडक्वॉर्टर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था. सेल्फी के शौकीन एक आतंकी ने आइएस की धाक जमाने और खौफ बरकरार रखने के उद्देश्य से सोशल नेटवर्किंग साइट पर सेल्फी अपलोड की थी, लेकिन अमेरिकी फोर्स तस्वीर की मदद से उस लोकेशन का पता लगाने में कामयाब रही और 24 घंटे के अंदर उस जगह को नष्ट कर दिया. आइएस ने अब तक 1700 फोटो, वीडियो या अन्य पोस्ट्स शेयर की हैं. ट्विटर पर भी करीब 2 लाख यूजर्स तक इसकी पहुंच है.
सोशल मीडिया टीम ने जुटायी जानकारी
कमांडर हॉक कारलाइल ने बताया, फ्लोरिडा में हमारी एक्सपर्ट टीम सोशल मीडिया पर आइएस के बारे में जानकारी जुटा रही थी. उन्हें एक जगह पर आइएस आतंकी के मौजूद होने की तस्वीर दिखी, उस जगह की पहचान आइएस के कमांड और कंट्रोल सेंटर के तौर की गयी. सोशल मीडिया के जरिए ही आइएस ने दुनिया भर में अपने आतंकसे लोगों में खौफ बरकरार रखने की कोशिश की. यही नहीं, आतंकी संगठन ने इसके जरिये दुनिया के कई देशों में युवाओं को बहकाया और उन्हें जिदाह के नाम पर आतंकी बना दिया.