स्वपन को प्यारी हैं मधुमक्खियां

हल्दिया. पूर्व मेदिनीपुर के मयना के स्वपन मंडल का नाम आज सभी की जुबान पर है. वह कोई राजनीतिक कार्यकर्ता या खिलाड़ी नहीं हैं. वह मधुमक्खी प्रेमी हैं. बचपन से ही उनकी साथी मधुमक्खियां हैं. राज्य के विभिन्न स्थानों पर वह मधुमक्खियों को लेकर प्रदर्शनी भी करते हैं. इससे वह किसी आय की चिंता नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2015 9:57 AM
an image

हल्दिया. पूर्व मेदिनीपुर के मयना के स्वपन मंडल का नाम आज सभी की जुबान पर है. वह कोई राजनीतिक कार्यकर्ता या खिलाड़ी नहीं हैं. वह मधुमक्खी प्रेमी हैं. बचपन से ही उनकी साथी मधुमक्खियां हैं.

राज्य के विभिन्न स्थानों पर वह मधुमक्खियों को लेकर प्रदर्शनी भी करते हैं. इससे वह किसी आय की चिंता नहीं करते, बल्कि आम लोगों में मधुमक्खियों के प्रति जागरूकता फैलाना ही उनका मकसद होता है. वह कहते हैं कि मधुमक्खियों का डंक जब तक उन्हें नहीं लगता, उनका दिन बेहतर तरीके से नहीं गुजरता. स्वपन कहते हैं कि बचपन से ही उन्हें मधुमक्खियां काफी प्रिय थीं. वह उन्हें पालते हैं.

उन्हें लेकर वह काफी शोध भी करते हैं. राज्य के विभिन्न स्थानों पर मधुमक्खियों को लेकर प्रदर्शनी के अलावा उन्हें कैसे पाला जाये या इससे पैसे कमाये जाये, यह सबकुछ आम लोगों को वह बताते हैं. वह कहते हैं कि मधुमक्खी के डंक से अन्य लोगों को पीड़ा होती है, लेकिन उनके शरीर में हजारों मधुमक्खियां एक साथ रहने पर भी उन्हें कष्ट नहीं होता. वह उन्हें अपना बना चुके हैं. उनकी इच्छा है कि गिनीज बुक में उनका नाम आये. वह हजारों नहीं, बल्कि लाखों मधुमक्खियों के साथ प्रदर्शनी करना चाहते हैं. इसके लिए वह सरकारी सहयोग की भी अपेक्षा रखते हैं.

Next Article

Exit mobile version