सिर्फ आप ही नहीं, हर व्यक्ति काम करता है
।। दक्षा वैदकर।।‘कै से हो जी, बड़े मजे हैं आपके तो. बस दिन भर कंप्यूटर पर बैठ कर खिट-पिट बटन दबाना पड़ता है आपको तो. और एक हम हैं, जो भाग-भाग कर काम कर रहे हैं. काश हमको भी आप ही केजैसा काम मिल जाता.’ इस तरह का ताना मारनेवाले लोग आपको हर ऑफिस में […]
।। दक्षा वैदकर।।
‘कै से हो जी, बड़े मजे हैं आपके तो. बस दिन भर कंप्यूटर पर बैठ कर खिट-पिट बटन दबाना पड़ता है आपको तो. और एक हम हैं, जो भाग-भाग कर काम कर रहे हैं. काश हमको भी आप ही केजैसा काम मिल जाता.’ इस तरह का ताना मारनेवाले लोग आपको हर ऑफिस में मिल जायेंगे. ऐसे लोगों को लगता है कि पूरी दुनिया में केवल हमारा काम ही सबसे कठिन है और हम ही सबसे ज्यादा मेहनती हैं. बाकि तो कंपनी के दामाद हैं और उन्हें कंपनी यूं ही बैठे रहने की सैलरी दे रही है.
दरअसल हम में से अधिकतर लोगों को लगता है कि सामनेवाले की नौकरी कितनी मजे की है और हमारी कितनी खराब. लोग डॉक्टर को देख सोचते हैं कि दो-चार दवाइयां परची में लिख देते हैं और कितना सारा रुपया कमा लेते हैं. वे यह नहीं सोचते हैं कि उस परची में वो दो-चार गोलियां कौन-सी लिखनी हैं, इसके लिए उन्होंने कितनी रातें जाग कर पढ़ाई की है. बहुत से लोगों को रिपोर्टर की जॉब भी बड़ी मजेदार लगती है. वे सोचते हैं कि इनके काम तो हाथों-हाथ हो जाते होंगे. इनके तो पूरे परिवार को टॉकीज में मुफ्त में फिल्म देखने को मिलती होगी. सारे फिल्म स्टार्स के ये इंटरव्यू लेते हैं, तो सभी के पर्सनल मोबाइल नंबर इनकी जेब में होंगे. कई बार तो रिपोर्टर और फोटोग्राफर तक झगड़ते हैं. फोटोग्राफर कहता है ‘तुम तो घटना होने के बाद आओ, तो भी काम चल जाता है. जानकारी लेकर खबर लिख लोगे, हमें तो उसी क्षण फोटो के लिए पहुंचना होता है.’ रिपोर्टर कहता है ‘तुम दो मिनट में फोटो सिस्टम में डाल कर चले जाओगे, हमें तो घंटों शब्दों को पिरो कर दमदार खबर लिखनी होती है.’
पति को लगता है कि पत्नी घर में खाना बनाने, सोने और टीवी देखने के अलावा करती ही क्या है? पत्नी को लगता है कि पति ऑफिस में बैठे-बैठे दो-चार फाइलें देखने और दोस्तों से गप्पे मारने के अलावा क्या करते हैं? कुल मिला कर सभी को अपना काम कठिन और दूसरों का सरल लगता है, लेकिन सच ठीक इसके विपरीत होता है. यह आपको तब पता चलेगा जब आप अपने साथी का काम एक बार कर के देखें और खुद को आजमाएं.
बात पते की..-हर पेशे की अपनी खासियत और अपनी कठिनाइयां होती हैं. आप इसे दूर बैठ कर महसूस नहीं कर सकते. इसे एक बार खुद आजमाएं तब बोलें.
-दूसरों को ताना देना बंद करें. क्योंकि जिस तरह आपको सामनेवाले का काम आसान लग रहा है, उसी तरह सामनेवाले को भी आपका लगता है.