आशा के हड़ताल से चरमराई स्वास्थ्य सेवा नहीं हुई नियमित टीकाकरण
प्रतिनिधि, झाझा चौथे दिन आशा कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते नियमित टीकाकरण बुधवार को नहीं हो पाया. रात जया कर अस्पताल के मुख्य दरवाजे पर तालाबंदी कर धरना पर बैठी कार्यकर्ताओं ने भैक्सिन उठाने नहीं दिया. जिसके चलते स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. अपने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक एएनएम, गार्ड […]
प्रतिनिधि, झाझा चौथे दिन आशा कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते नियमित टीकाकरण बुधवार को नहीं हो पाया. रात जया कर अस्पताल के मुख्य दरवाजे पर तालाबंदी कर धरना पर बैठी कार्यकर्ताओं ने भैक्सिन उठाने नहीं दिया. जिसके चलते स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. अपने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक एएनएम, गार्ड समेत अस्पताल आते है और जब मुख्य गेट पर ताला पड़ा देखते हैं तो थोड़ी देर इंतजार करने के बाद लौट कर चले जाते है. हड़ताल के बाबत संघ की जिलाध्यक्षा रेश्मा नाज, शीला देवी, अंजू देवी, बेबी देवी, सरिता देवी, वृंद्रा देवी समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं ने बताया कि वर्ष 2005 से ही हमलोग नियमित टीकाकरण करवा रहे है. 90 प्रतिशत से ऊपर टीकाकरण करवा दिया गया है. घर-घर, गांव-गांव जाकर नियमित सेवा दे रहे है. जिसकी वजह से शिशु मृत्यु दर में भारी कमी आयी है. बावजूद इसके केंद्र एवं सूबे की सरकार सोई हुई है. आक्रोशित आशा कार्यकर्ता ने कही कि जबतक हमारी मांगे नहीं मानी जाती तब तक हड़ताल पर रहेंगे. मौके पर गीता देवी, ऊषा देवी, सुभाषिनी देवी, फूलन देवी, देवंती देवी, वैजंती देवी समेत दर्जनों आशा कार्यकर्ता मौजूद थे.