सही लाइफस्टाइल नहीं होना एनिमिया की मुख्य वजह
रांची: राजधानी की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ पुष्पांजलि राय ने कहा है कि भारत वर्ष में तकरीबन 80 से 90 प्रतिशत महिलाओं व किशोरियों में खून की कमी पायी जाती है. चिकित्सा जगत में इसे एनिमिया कहा जाता है. एनिमिया होने के मुख्य कारण खान-पान, रहन-सहन के तौर तरीके हैं. अर्थात किशोरियों व महिलाओं में […]
रांची: राजधानी की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ पुष्पांजलि राय ने कहा है कि भारत वर्ष में तकरीबन 80 से 90 प्रतिशत महिलाओं व किशोरियों में खून की कमी पायी जाती है. चिकित्सा जगत में इसे एनिमिया कहा जाता है. एनिमिया होने के मुख्य कारण खान-पान, रहन-सहन के तौर तरीके हैं. अर्थात किशोरियों व महिलाओं में सही लाइफस्टाइल का अभाव. झारखंड में मलेरिया भी एनिमिया का मुख्य कारण है. एनिमिया से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य तथा इस बीमारी से बचने के उपाय बता रही हैं डॉ पुष्पांजलि.
एनिमिया के कारण
आयरनयुक्त खान-पान की कमी.
कुपोषण
बार-बार गर्भ ठहरना या गर्भपात.
बेटे-बेटियों में अंतर की मानसिकता.
मासिक धर्म में अधिक रक्त स्राव होना. हाइपोथाइरोइडिज्म, फाइब्रोइड (बच्चेदानी में गांठ), हार्मोन का असंतुलन आदि.
ज्यादा बच्चों का होना
गर्भावस्था के दौरान आयरन की कमी होना
दो बच्चों के बीच का अंतराल कम होना
पेट में कीड़े, लीवर की बीमारी तथा रक्त संबंधित बीमारियां.
बचाव
लाइफस्टाइल सुधारें.
गर्भावस्था के दौरान आयरन की गोलियों का नियमित सेवन करें.
प्रचुर मात्र में आयरन युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन करें. जैसे, हरी पत्तेदार साग-सब्जियां, गुड़, खजूर, मौसमी फल, केला को अपने डाइट चार्ट में शामिल करें.
पेट में कीड़े न होने दें. पूरे परिवार के सदस्य समय-समय पर दवा लेते रहें.
यदि कोई महिला या युवती लंबी बीमारी से ग्रसित हो, तो समुचित इलाज करायें और समय-समय पर जांच कराते रहें.
मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्त स्नव होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
परिवार नियोजन का पालन करें.