नि:शक्तता को मात दी पूजा ने
देवघर: देवघर में एसबीआइ में क्लर्क के पद पर काम कर रही पूजा नि:शक्त हैं. बावजूद वह दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. आज अपनी मां और दो छोटे भाई की जिम्मेदारी उठा रही है. मूल रूप से जमशेदपुर की निवासी पूजा के पिता बबलू जायसवाल का वर्ष 2011 में निधन हो गया. पिता के […]
देवघर: देवघर में एसबीआइ में क्लर्क के पद पर काम कर रही पूजा नि:शक्त हैं. बावजूद वह दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं. आज अपनी मां और दो छोटे भाई की जिम्मेदारी उठा रही है. मूल रूप से जमशेदपुर की निवासी पूजा के पिता बबलू जायसवाल का वर्ष 2011 में निधन हो गया. पिता के निधन के बाद घर की सारी जिम्मेदारी पूजा पर आ गयी. पूजा जब 11 वर्ष की थी, उसी समय पैर में समस्या आ गयी.
गरीबी के कारण समुचित इलाज नहीं हो पाया. उसने जमशेदपुर में ही प्राइवेट फर्म में अकाउटेंट की नौकरी की, लेकिन दो माह बाद ही उसे छोड़ दिया.
जब वह आठवीं क्लास में थीं, उसी समय से घर पर टय़ूशन पढ़ाना शुरू किया. टय़ूशन की आमदनी से किसी तरह घर का खर्च व अपनी पढ़ाई का खर्च निकाला. स्नातक तक की पढ़ाई की. मेहनत रंग लायी. वर्ष 2012 में स्टेट बैंक में र्क्लक के पद पर चयनित हुईं. आज उसकी लगन व कुशल कार्य से बैंक अधिकारी व कर्मचारी भी खुश हैं.