कराची: पाकिस्तान में पिछले कई दशकों में लू के सबसे भीषण प्रकोप से देश के सबसे बड़े शहर कराची में करीब 700 लोग मारे गए हैं. विषम स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने मंगलवार को सभी शैक्षणिक संस्थान एवं सरकारी कार्यालय बंद करने का आदेश दिया और हालात से निपटने के लिए सेना को भी बुलाया गया.
समूचे सिंध प्रांत में गत शुक्रवार को रमजान शुरु होने के साथ ही लू का प्रकोप शुरु हो गया. लू के मरीजों की बड़ी संख्या के कारण प्रांत के प्रमुख अस्पतालों में आपात स्थिति है. एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी के हवाले से आई खबरों में कहा गया है कि लू से सबसे बुरी तरह प्रभावित कराची में मृतकों की संख्या सर्वाधिक 692 हो गई है. बढ़ते पारे की वजह से दक्षिणी सिंध के दूसरे हिस्सों में आठ से 10 और लोग मारे गए हैं.
तीन बड़े सरकारी अस्पतालों ने कल तक कुल 341 लोगों की मौत की पुष्टि की थी. अस्पतालों ने लू, निम्न रक्तचाप और थकान को लोगों की मौत का कारण बताया है. कराची में शुक्रवार से 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान बना हुआ है और तेज गर्मी आज भी जारी रही. हालांकि मौसम विभाग ने आज शाम तक लू से राहत मिलने का अनुमान लगाया है. जिन्ना अस्पताल की चिकित्साधीक्षक डॉक्टर सिमी जमाली ने बताया, कल शाम तक लू से मरने वालों की संख्या करीब 200 थी. जमाली ने कहा कि पिछले चार दिनों में अस्पताल ने लू के कारण बीमार पड़े लगभग 3,000 लोगों का इलाज किया है.