मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन

मध्यस्थता आसान व आधुनिकतम ढांचागत प्रक्रिया जमुई. जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्याय सदन में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सजल मंदिलवार की अध्यक्षता में मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मंदिलवार ने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2015 7:06 PM

मध्यस्थता आसान व आधुनिकतम ढांचागत प्रक्रिया जमुई. जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्याय सदन में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सजल मंदिलवार की अध्यक्षता में मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मंदिलवार ने कहा कि मध्यस्थता विवादों के निबटारे की सरल, आसान एवं आधुनिकतम ढांचागत प्रक्रिया है. इससे विवादों का तेजी से निबटारा होता हैं. इस प्रक्रिया के तहत विवादों के निबटारे में दोनों पक्षों की सहमति को महत्व दिया जाता है. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया से न्यायालय पर मुकदमों का बोझ भी कम होता है और समय की भी बचत होती है. एसीजेएम सह प्राधिकार के सचिव राजकुमार चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि यह एक विवाद रहित प्रक्रिया है. उन्होंने मध्यस्थता के तहत लोगों से अधिक से अधिक विवादों का निबटारा कराने की अपील की. इस अवसर पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश भोला नाथ तिवारी, राजेश कुमार, किशोर प्रसाद, सीजेएम ब्रजमोहन सिंह, एसडीजेएम राकेश कुमार, मुसिंफ, उमेश कुमार पांडेय, प्रथम श्रेणी न्यायिक, दंडाधिकारी ललन कुमार, अमित कुमार, देवराज सुमन, संजय कुमार के अलावे प्राधिकार कर्मी मुकेश रंजन, संजीव कुमार पांडेय, विनय कुमार, मनोज कुमार, प्रेम प्रकाश, उत्तम कुमार सिंह, सुबोध मेहतर आदि मौजूद थे.

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