वाशिंगटन:भारतीय मूल के अमेरिकी लुइसियाना के गवर्नर बॉबी जिंदल ने समलैंगिक विवाह पर जनमत सर्वेक्षणों के आधार पर अपने विचारों को विकसित करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की आकांक्षी हिलेरी क्लिंटनकी जमकर आलोचना की है.
राष्ट्रपति और हिलेरी ने जनमत सर्वेक्षणों की वजह से अपने विचार विकसित किये. जिंदल कहते हैं, दोनों सुप्रीम कोर्ट की तरह जनमत सर्वेक्षणों को पढ़ सकते हैं. जिंदल 2016 के चुनाव में व्हाइट हाउस के लिए उद्देश्य रखने वाले 13 वीं रिपब्लिकन आकांक्षी है.उनका मानना है कि शादी पर उनके विचार उनके ईसाई धर्म पर आधारित है. किसी अदालत के फैसले से यह नहीं बदलेगा. उन्हें लगता है कि शादी एक आदमी और एक औरत के बीच ही होता है.
ओबामा कहते हैं कि सत्तारूढ़ अमेरिका के लिए एक जीत है एवं क्िंलटन ने भी अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक निर्णय की प्रशंसा की है जिससे समलैंगिक लोग, देश के सभी 50 राज्यों में शादी कर सकते हैं.
जिंदल कहते है कि सब भगवान के आँखों में बराबर हैं. उन्हें सम्मान और उनके प्यार से सहमति की जरूरत है. उनको लगता है बिना किसी भेदभाव के धार्मिक स्वतंत्रता हो सकता है. वे राष्ट्रपति की तरह चुनाव पढ़ सकते हैं पर शादी पर उनके विचार जनमत सर्वेक्षणों के साथ विकसित नहीं. यह उनके विश्वास पर आधारित है. उन्हें लगता है कि यह एक आदमी और एक औरत के बीच ही रहना चाहिए.
उन्हें लगता है कि खुद को बंटे अमेरिकी के रूप में देखने की जरूरत नहीं है. वे अफ्रीकी मूल के अमेरिकी या भारतीय मूल के अमेरिकी नहीं, वे सभी अमेरिकी हैं. त्वचा के रंग से लोगों को देखना सबसे बेवकूफ तरीका है.अपने ही गृह राज्य में जिंदल की लोकप्रियता रेटिंग काफी कम है और इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह जनमत सर्वेक्षणों के आधार पर निर्णय नहीं लेते है.