नीतीश राज में नहीं हुआ दलितों का विकास

चकाई . नीतीश कुमार ने दलितों व महादलितों के विकास के लिए केवल वादों की झड़ी लगायी है. दलितों एवं महादलितों की बस्तियों को देखने के बाद मुख्यमंत्री का दलित पे्रम का दावा खोखला दिखलाई पड़ता है. आज तक ये बस्तियां विकास के लिए तरस रही है. उक्त बातें भाजपा व्यवसाय मंच के प्रदेश मंत्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2015 8:06 PM

चकाई . नीतीश कुमार ने दलितों व महादलितों के विकास के लिए केवल वादों की झड़ी लगायी है. दलितों एवं महादलितों की बस्तियों को देखने के बाद मुख्यमंत्री का दलित पे्रम का दावा खोखला दिखलाई पड़ता है. आज तक ये बस्तियां विकास के लिए तरस रही है. उक्त बातें भाजपा व्यवसाय मंच के प्रदेश मंत्री मनोज पोद्दार ने परचा पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान जदयू द्वारा विकास की झूठी गाथा गाने सुनाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा. इन महादलित टोलों के निवासी आज भी स्वच्छ पानी एवं बिजली के लिए तरस रहे हैं. इस सरकार के सारे विकास कार्य केवल कागज के पन्नों तक सिमट कर रह गया है. आखिर दलितों के विकास के लिए लंबा चौड़ा बजट का उपयोग कहां किया गया है. यह जांच का विषय है. श्री पोद्दार ने कहा कि अपने अपमान का बदला दलित समाज के लोग आने वाले चुनाव में लेकर बिहार में एनडीए की पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने का काम करेगा.

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