सामान अपनी जरूरत के अनुसार ही खरीदना चाहिए
रिमझिम को कुछ ड्रेस चाहिए थी, तो वो सब लेडीज सेक्शन में गये, जहां रिमझिम ने कुछ कपड़े लिये. तभी बगल के किड्स सेक्शन में वंशिका की नजर पड़ी जहां लिखा था बाइ टू गेट वन फ्री. उसे देखते ही वंशिका ने कहा पायल चाची यहां देखो. यहां अच्छी ड्रेसेज हैं, 5-6 साल के बच्चे […]
रिमझिम को कुछ ड्रेस चाहिए थी, तो वो सब लेडीज सेक्शन में गये, जहां रिमझिम ने कुछ कपड़े लिये. तभी बगल के किड्स सेक्शन में वंशिका की नजर पड़ी जहां लिखा था बाइ टू गेट वन फ्री.
उसे देखते ही वंशिका ने कहा पायल चाची यहां देखो. यहां अच्छी ड्रेसेज हैं, 5-6 साल के बच्चे के लिए. वंशिका, लेकिन हमारे घर में 5-6 साल का तो कोई बच्चा है ही नहीं पायल ने कहा. क्यों चाची अभी पराग तीन साल का है. यहां इतनी अच्छी ड्रेसेज मिल रही हैं. अभी ले लेंगे, तो दो साल बाद उसके काम आ जायेंगी. नहीं तो किसी को गिफ्ट देने के काम आ जायेंगी. सेल का फायदा तो उठाना ही चाहिए.
वंशिका ने कहा. नहीं बेटा, अगेन यू आर रांग. कभी भी हमें वो सामान नहीं लेना चाहिए, जो हमारे काम का नहीं है. तुम जानती हो कि पराग अभी तीन साल का है. जब तक वह बड़ा होगा न जाने कितने तरह के डिजाइन व कितने रंग के कपड़े आ जायेंगे. क्या पता इससे भी अच्छे कपड़े मिल जाएं. पायल ने कहा. चाची ये भी तो देखो कि दो ड्रेस लेने पर एक मुफ्त मिल रही है. वंशिका ने कहा. वंशिका बेटे यही तो तुम गलती कर रही हो. एक ड्रेस मुफ्त लेने के चक्कर में हम दो साल पहले दो ड्रेस खरीद रहे हैं. क्या फायदा होगा? तब तक कुछ और नयी ड्रेसेज आ जायेंगे. रहा सवाल सेल का तो वो एक साल में दो-तीन बार लगती है.
होली-दिवाली के मौके पर तो लगती ही है. ईद व क्रि समस त्योहारों पर भी कई तरह के ऑफर रहते हैं. बेटा ये भी सच है कि सेल से कोई खास फायदा नहीं होता. ये बताओ कोई अपना नुकसान क्यों करेगा? दो चीजें लेने पर एक चीज बिल्कुल मुफ्त क्यों देगा? जब तक उसका फायदा न हो. इसका मतलब वो उसी दो चीजों के दाम में तीसरे का दाम ले रहा है. या उसके पास इतना स्टॉक रहता है कि उसको जल्द खत्म करना होता है. कभी-कभी सामान बहुत पुराना हो जाता है जैसे जूस पर एक्सपायरी डेट एक महीने बाद की थी. अगर जूस हम ज्यादा खरीद लेते और एक महीने में खत्म नहीं कर पाते, तो जूस बेकार हो जाता और हमारे रु पये भी. मानती हूं कभी-कभार अच्छा सामान भी मिलता है, लेकिन सामान हमेशा अपनी जरूरत को देख कर ही खरीदना चाहिए.
अगर आज उसकी जरूरत नहीं है, तो केवल इसलिए सामान नहीं खरीदना चाहिए कि सामान थोड़ा सस्ता मिल रहा है या थोड़ा फायदा हो रहा है. सामान भी पुराना हो जायेगा. हो सकता है कल हमारे पास ज्यादा रुपये हों, हम और ज्यादा अच्छा सामान खरीद सकते हों. हां, यह हो सकता है कि अगर कोई गिफ्ट आइटम मिल रहे हों, तो वो खरीदे जा सकते हैं. जो किसी को दिये जा सकें, लेकिन भूल कर भी खाने का सामान व कपड़े वगैरह का बहुत ज्यादा स्टॉक नहीं रखना चाहिए. शरीर भी तो समय के साथ बदलेगा. क्या पता कल तुम मोटी हो जाओ. तुम्हारी ड्रेसेज बेकार हो जाएं. पायल को बीच में टोकते हुए वंशिका ने कहा नो वे चाची. मैं मोटी नहीं होऊंगी. आप जो कह रही हैं उसका ध्यान में रखूंगी.