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व्यापमं की आंच: बिहार में तीन माह से ढूंढ़े जा रहे चार मेडिकल छात्र

पटना: व्यापमं घोटाले को लेकर मध्यप्रदेश एसटीएफ पिछले तीन माह से बिहार के पीएमसीएच, पावापुरी, मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेजों में जाकर आरोपित छात्रों को खोज रही है. इस कड़ी में गुरुवार को चार छात्रों को गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ ने विभिन्न कॉलेजों में एक साथ छापेमारी की, लेकिन एक भी छात्र पकड़ में नहीं आया, […]

पटना: व्यापमं घोटाले को लेकर मध्यप्रदेश एसटीएफ पिछले तीन माह से बिहार के पीएमसीएच, पावापुरी, मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेजों में जाकर आरोपित छात्रों को खोज रही है. इस कड़ी में गुरुवार को चार छात्रों को गिरफ्तार करने के लिए एसटीएफ ने विभिन्न कॉलेजों में एक साथ छापेमारी की, लेकिन एक भी छात्र पकड़ में नहीं आया, जो छात्र पीएमसीएच में परीक्षा दे रहा था, उसे भी पुलिस नहीं पकड़ पायी थी.
खबर है कि शनिवार की देर रात मेडिकल छात्रों की गिरफ्तारी हो गयी है. इसकी चर्चा रविवार को छात्रवास में हो रही थी, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हो पायी है. इसके पहले भी फरवरी में जब एमपी एसटीएफ पीएमसीएच आयी थी, तो उस वक्त तीन छात्रों का पता मांगा था, लेकिन प्राचार्य के छुट्टी पर रहने के कारण उनको छात्रों का पता नहीं मिल पाया था और प्राचार्य ने बाद में उन छात्रों का पता बताया था, जिसके बाद पुलिस छात्रों के घर पहुंच गयी है. जानकारी के मुताबिक जिन छात्रों की पहचान हो चुकी हैं, उनमें मधेपुरा, नालंदा व मुजफ्फरपुर के छात्र हैं. ये तीनों छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई करनेवाले यूजी छात्र हैं.
अगर इन छात्रों पर मामला साबित हो गया, तो कोर्ट के आदेश के बाद इनका नामांकन रद्द कर दिया जायेगा. दूसरी ओर एसटीएफ अन्य मेडिकल कॉलेजों से भी छात्रों का फाइल लेकर गयी थी. फिलहाल चार टीमें बिहार में छात्रों को गिरफ्तार करने के लिए डेरा जमायी हुई हैं.
इन छात्रों को गिरफ्तार करने पहुंची एसटीएफ
त्रिभुवन प्रसाद (मधुबनी), रवि कुमार (सदाकत आश्रम), सौरभ कुमार (कटिहार), अनिल कुमार (सासाराम). एसटीएफ टीम से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से दो छात्र दूसरे की जगह पर परीक्षा देने के लिए नहीं बैठते थे. यह छात्र परीक्षार्थी के आगे पीछे बैठ कर छात्रों को उत्तर बताते और इसके लिए इनको पैसे मिलते थे. यह जानकारी पूर्व में पकड़े गये छात्रों से मिला है इन छात्रों को पकड़ने के लिए एसटीएफ छापेमारी कर रही है और संभावना के आधार पर 35 और छात्रों की फाइलें ले गयी हैं. यह छात्र पीएमसीएच, पावापुरी व मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज के है.
छात्रों पर लगी हैं ये धाराएं
एमपी व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा वर्ष 2012 में आयोजित एमपीपीएमटी परीक्षा में हुए फर्जीवाड़ा के संबंध में थाना एसटीएफ एमपी भोपाल अपराध संख्या 12/13 धारा – 409, 419, 420, 467, 468, 471,120 बी भा.द.वि धारा- 65,66 आइटी एक्ट, धारा 3 (घ) -1,2/13 एमपी मान्यता प्राप्त परीक्षा अधिनियम -1937 है.
1000 का इनाम घोषित
पटना मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा को भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक ने पत्र लिख कर छात्र की पूरी जानकारी दी है. पत्र के मुताबिक छात्र व्यापमं घोटाला में फंसा हुआ है और उसके ऊपर 1000 का इनाम एवं न्यायालय के द्वारा वारंट जारी है. ऐसे में आप छात्र की जानकारी एसटीएफ को दें और उसे पकड़वाने में मदद करें.
हमने पता बता दिया था
पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ एसएन सिन्हा ने कहा कि एसटीएफ की टीम आयी थी और चार छात्रों को खोज रही है. इस मामले में रेकॉर्ड रूम गयी थी. इसके पहले जब एसटीएफ की टीम पहुंची थी और उन्होंने तीन छात्रों का पता मांगा था, जिसे हमने दे दिया है. इसके बाद अब न्यायालय का जो आदेश होगा उसके बाद इन छात्रों पर कार्रवाई होगी. अगर नामांकन रद्द करने की बात आयेगी, तो इन तीनों छात्रों का नामांकन रद्द किया जायेगा. फिलहाल दो दिनों से एसटीएफ की टीम परिसर में नहीं आयी और सुनने में आया है कि छात्र गिरफ्तार हो गये हैं.

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