नाम: हरिवंश
जन्म: 30 जून 1956, बलिया जिले के ‘सिताबदियारा’ में.
पता: फ्लैट नं. – 103, उमा शांति अपार्टमेंट, कांके रोड, रांची – 834 008, (झारखंड)
फोन : 0651 – 2233994 (आवास), 3053101 (कार्यालय), फैक्स – 0651 – 2544006
मोबाईल – 9431114265
ई-मेल:harivansh@prabhatkhabar.in
शिक्षा और कार्य अनुभव: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से एम.ए. अर्थशास्त्र तथा पत्रकारिता में डिप्लोमा.
*पढ़ाई के दौरान ही ‘टाइम्स आफ इंडिया’ समूह मंुबई में प्रशिक्षु पत्रकार के रूप में 1977-78 में चयन. फिर टाइम्स समूह की सर्वाधिक बिकने वाली साप्ताहिक पत्रिका’धर्मयुग’ में उपसंपादक. 1981 तक.
* 1981 -84 तक बैंक अधिकारी (बैंक ऑफ इंडिया), हैदराबाद एवं पटना में.
* पुन: 1984 में पत्रकारिता में वापसी. आनंद बाजार कलकत्ता से प्रकाशित ‘रविवार’ साप्ताहिक में सहायकसंपादक. 1989 अक्टूबर तक.
* महानगरों की पत्रकारिता और बड़े घरानों के बड़े अखबारों – संस्थानों को छोड़कर एक अपरिचित शहर रांचीमें. प्राय: बंद अखबार ‘प्रभात खबर’ में प्रधान संपादक के रूप में काम शुरू. नये प्रयोगों और जन सरोकारों से जुड़कर भिन्न पत्रकारिता के कारण आज झारखंड का सर्वाधिक बिकनेवाला अखबार. कुछ दस जगहों – रांची, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर, पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, गया, सिलिगुड़ी व कोलकाता – तीन राज्यों से फिलहाल प्रकाशित, लगभग एक करोड़ पाठक.
*बीच में 1990-91 के कुछ महीनों तक तत्कालीन प्रधानमंत्री के अतिरिक्त सूचना सलाहकार (संयुक्त सचिव) के रूप में प्रधान मंत्री कार्यालय में काम. फिर ‘प्रभात खबर’ (रांची) में वापस.
पुरस्कार
*21 अगस्त 2008 को भोपाल में प्रथम माधवराव सप्रे पुरस्कार मिला.
*31 अक्तूबर 2014 को नयी दिल्ली में ‘आचार्य तुलसी सम्मान’ मिला, जो मानवीय मूल्यों की प्रतिष्ठा के लिए समर्पित, सकारात्मक पत्रकारिता के लिए पिछले दस वर्षों से देश के प्रतिष्ठित पत्रकारों को दिया जा रहा है.
* पिछले वर्ष एक्सचेंज फॉर मीडिया द्वारा कराये गये ‘मीडिया महारथी’ सर्वे में हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में मिसालकायम करनेवाले और सक्रिय भूमिका निभा रहे संपादकों की सूची में पहले दो स्थान पर मालिक संपादक थे.प्रभात खबर के प्रधान संपादक को इसमें तीसरा स्थान मिला था.अनेक समितियों – संस्थाओं से जुड़ाव और कई देशों की यात्रा.
* पूर्व सदस्य – के.के. बिड़ला फाउंडेशन जर्नलिस्ट रिसर्च फेलोशिप.
* पूर्व सदस्य – हिन्दी सलाहकार समिति, कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार (1991 -1996)
* पूर्व सदस्य – राजभाषा विभाग पुरस्कार चयन समिति, बिहार सरकार (1992)
* पूर्व सदस्य – बिहार राज्य साक्षरता मिशन.
* पूर्व सदस्य – श्रेष्ठ विधायक पुरस्कार चयन समिति, झारखंड विधानसभा 2001 एवं 2004.
* पूर्व सदस्य – हिन्दी सलाहकार समिति, रेल मंत्रालय, भारत सरकार (1999 – 2002)
* पूर्व सदस्य – जे.आर.सी.मंथन मिडिया फेलोशिप, मंथन युवा संस्थान, रांची.
* पूर्व सदस्य – प्रबंधकीय समिति, माखनलाल चतुवदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश.
* पूर्व सदस्य – लोकनायक जयप्रकाश नारायण जन्मशती राष्ट्रीय समिति, पर्यटन एवं संस्कृतिक मंत्रालय, भारतसरकार.
* पूर्व सदस्य – आयोजन समिति, विश्व हिन्दी सम्मेलन, सूरीनाम(2003), विदेश मंत्रालय, भारत सरकार.
* पूर्व सदस्य – हिन्दी सलाहकार समिति, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार.
* सदस्य – प्रबंध समिति, स्टेट रिसोर्स सेंटर, एसियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टिट्यूट (आद्री), बिहार
* उपाध्यक्ष : एसियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टिट्यूट (आद्री) रिसोर्स सेंटर, झारखंड
* सदस्य – शासी निकाय, कृषि ग्राम विकास केन्द्र, रांची.
* सदस्य – कार्यकारी समिति, कॉमनवेल्थ ‘ूमन राइट्स इनिसियेटिव (सीएचआरआई), नयी दिल्ली (2005 से).
* सदस्य – कार्यकारी समिति, सूचना के जन अधिकार का राष्ट्रीय अभियान, नयी दिल्ली.
* सदस्य – वर्ल्ड एडिटर्स फोरम, वर्ल्ड एसोसियेशन ऑफ न्यूजपेपर्स (वैन), फ्रांस (2005 से )
* सदस्य – एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, नयी दिल्ली.
* सलाहकार संपादक, ‘विदुरा’, प्रेस इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, नयी दिल्ली, द्वारा प्रकाशित पत्रिका.
* सदस्य – राजभाषा परिषद्, पटना, बिहार
* विभिन्न महत्वपूर्ण संस्थाओं के निमंत्रण पर अतिथि के रूप में विभिन्न देशों की यात्रा की.
* देश के राष्ट्रपति और प्रघानमंत्री के साथ विभिन्न देशों में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में शिरकत की.
पुस्तकों का संपादन व लेखन
* राजकमल प्रकाशन, नयी दिल्ली द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘झारखंड : दिसुम मुक्तिगाथा और सृजन के सपने’ का संपादन.
* राजकमल प्रकाशन, नयी दिल्ली द्वारा प्रकाशित, अमर कुमार सिंह द्वारा लिखित पुस्तक ‘जोहार झारखंड’ का संपादन.
* प्रो. नलिनी राजन (एसियन स्कूल ऑफ जर्नलिज्म, चेन्नै) द्वारा संपादित एवं सेज पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक’प्रैक्टिसिंग जर्नलिज्म’ में मुख्य योगदान.
* झारखंड पर चार पुस्तकों का संपादन. प्रकाशन संस्थान, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित पुस्तकों के नाम -झारखंड – अस्मिता के आयामझारखंड – सुशासन अब भी संभावना है.जनसरोकार की पत्रकारितासंताल हूल
* बिहार पर तीन पुस्तकों का संपादन. प्रकाशन संस्थान, नयी दिल्ली द्वारा प्रकाशित पुस्तकों के नाम – बिहारनामा, बिहार – रास्ते की तलाश,बिहार – अस्मिता के आयाम
* झारखंड पर दो पुस्तकें लिखीं. इनका प्रकाशन प्रभात प्रकाशन, नयी दिल्ली ने किया. पुस्तकों के नाम – झारखंड – समय और सवाल,झारखंड – सपने और यथार्थ
* ‘मोर दैन माओइज्म’ पुस्तक में नक्लवाद पर लिखे लेख का प्रकाशन. मनोहर प्रकाशन की इस पुस्तक के संपादक हैं रॉबिन जैफरी, रोनोजन सेन और प्रतिमा सिंह.
* श्री चंद्रशेखर की चार पुस्तकों का संपादन भी किया है.
* देश की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं और समाचारपत्रों में लेखों का प्रकाशन.