मनरेगा योजना में जेसीबी का उपयोग
खैरा . सरकार भले ही मनरेगा योजना से मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने का दावा करती हो. लेकिन प्रखंड में पदाधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा योजनाओं में खुलेआम जेसीबी मशीन का प्रयोग कर मजदूरों के हक को मारा जा रहा है. वहीं कई मजदूरों का जॉब कार्ड संवेदक व बिचौलिया अपने पास रखे हुए हैं. […]
खैरा . सरकार भले ही मनरेगा योजना से मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने का दावा करती हो. लेकिन प्रखंड में पदाधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा योजनाओं में खुलेआम जेसीबी मशीन का प्रयोग कर मजदूरों के हक को मारा जा रहा है. वहीं कई मजदूरों का जॉब कार्ड संवेदक व बिचौलिया अपने पास रखे हुए हैं. इसके जरिये फर्जी निकासी की जाती है. प्रखंड अंतर्गत गोली, हरखाड़, भिमाईन, विशनपुर, झुंडो, बेला पंचायतों में सड़क निर्माण में मिट्टी-मोरम व तालाब खुदाई का काम जेसीबी से कराया जा रहा है. उक्त कार्य में मजदूरों की जगह जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा है. कुछ दिन पूर्व मनरेगा योजना में जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा था तो ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया था. विरोध के बाद संवेदक द्वारा काम बंद कर दिया गया था. उपरोक्त सभी पंचायतों में सैकड़ों लोगों का फर्जी जॉब कार्ड मुखिया व पंचायत रोजगार सेवक की मिलीभगत से बनाया जा रहा है. इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव झा से पूछे जाने पर बताया कि इस तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है. अगर मनरेगा योजना में जेसीबी का प्रयोग किया जा रहा है तो यह सरासर गलत है. अगर इस तरह की शिकायत मिली तो जांचोपरांत कार्रवाई की जायेगी.