केसरवानी समाज को सरकार कर रही अनदेखा
फोटो : 2(प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत करते केशरवानी समाज के लोग)प्रतिनिधि, गिद्घौर आज बिहार में केशरवानी समाज की स्थिति बद से बदतर है. केशरवानी समाज के लोग आर्थिक सामाजिक व राजनीतिक रूप से सबसे निचले पायदान पर हैं. वर्तमान सरकार में भी जहां विकास की लंबी-लंबी गाथा गाया जा रहा है. वहीं केशरवानी समाज के […]
फोटो : 2(प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत करते केशरवानी समाज के लोग)प्रतिनिधि, गिद्घौर आज बिहार में केशरवानी समाज की स्थिति बद से बदतर है. केशरवानी समाज के लोग आर्थिक सामाजिक व राजनीतिक रूप से सबसे निचले पायदान पर हैं. वर्तमान सरकार में भी जहां विकास की लंबी-लंबी गाथा गाया जा रहा है. वहीं केशरवानी समाज के उत्थान के लिए इस राज्य में सोचने वाला कोई नहीं है. उक्त बातें केशरवानी समाज के प्रदेश अध्यक्ष शंभू केशरी ने अपने मान-सम्मान व स्वाभिमान की मांग को ले पटना में 19 जुलाई को आयोजित होने वाली केशरवानी चेतना रैली को लेकर गिद्घौर पहंुचे पर कहा . उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में केसरवानी समाज के लोग को सरकार अनदेखा कर रही है. आज भी केसरवानी समाज के लोग शिक्षा रोजगार व आर्थिक पिछड़ेपन का दंश झेल रहे रहे. प्रदेश अध्यक्ष श्री केशरी ने कहा कि अगर नीतीश सरकार ने वर्षों से चले आ रहे केसरवानी समाज के चिर-प्रतिक्षित मांग अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने, केशरवानी समाज के लोगों के लिये रोजगार के अवसर पैदा करने व राजनीति में भागीदारी का बराबरी का हक देने जैसे मांगों पर सरकार जल्द से जल्द कोई गंभीर निर्णय नहीं लेती है. तो आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार को केशरवानी समाज मुंहतोड़ जवाब देगी. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष शंभू केसरी के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष डा. सुनील केसरी केशरवानी समाज के गिद्घौर प्रखंड अध्यक्ष शिव शंकर केसरी, कोषाध्यक्ष शंभू केसरी, सचिव गोपाल केशरी, मिथलेश केसरी, मुन्ना केशरी, अशोक केसरी, चंदन केसरी, सुबोध केसरी, पप्पू केसरी, मोनू केसरी, रोहित केशरी सहित केशरवानी समाज के दर्जनों लोग मौजूद थे.