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पाकिस्तान की ओर से जारी संघर्ष विराम उल्लंघन पर बारीकी से नजर रखे हुए है अमेरिका

वाशिंगटन : पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम के उल्लंघन को लेकर जहां एक ओर भारत ने कड़ा विरोध किया है वहीं इस मामले पर अमेरिका बारीकी से नजर रखे हुए है. आपको बता दें कि रुस के उफा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच मुलाकात […]

वाशिंगटन : पाकिस्तान की ओर से लगातार संघर्ष विराम के उल्लंघन को लेकर जहां एक ओर भारत ने कड़ा विरोध किया है वहीं इस मामले पर अमेरिका बारीकी से नजर रखे हुए है. आपको बता दें कि रुस के उफा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच मुलाकात का अमेरिका ने स्वागत किया था. रुस से नरेंद्र मोदी के स्वदेश लौटने के बाद पाकिस्तान सीमा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है.

अमेरिका ने कहा कि ने कहा है कि वह भारत पाकिस्तान सीमा के घटनाक्रम पर करीब से नजर रखे हुए है जहां दोनों देशों के बीच तनाव में वृद्धि हुई है. अमेरिका ने इसके साथ ही दोनों देशों को स्थिति का ‘‘द्विपक्षीय ’’ समाधान निकालने की सलाह दी है. विदेश विभाग के प्रवक्ता जान किर्बी ने कल संवाददाताओं से कहा कि हम तनाव में कमी देखना चाहते हैं , हम देखना चाहते हैं कि दोनों देश इससे द्विपक्षीय तरीके से निपटें.

किर्बी ने कहा कि जैसा कि आज हमने रिपोर्ट में देखा है , हिंसा निश्चित रुप से उस क्षेत्र में सीमा पर सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने साथ ही कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री जान कैरी घटना पर करीब से नजर रखे हुए हैं. जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा कई बार संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं हुई हैं जिसने पिछले दो दिनों में भारतीय क्षेत्रों में मोर्टार दागे हैं.

भारत ने भी जवाबी कार्रवाई की है और दोनों पक्षों का कहना है कि उन्हें जनहानि हुई है. पाकिस्तान ने हाल ही में भारतीय सुरक्षा बलों के एक ‘जासूसी ड्रोन ’’ को मार गिराने का दावा किया था. भारत ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि ड्रोन चीनी डिजाइन का प्रतीत होता है.

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया वाकयुद्ध के बाद कैरी ने पिछले महीने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से बात कर भारत के साथ तनाव में वृद्धि पर ‘‘गहरी चिंता’’ जतायी थी. कैरी ने कहा था कि दोनों पडोसी देशों के बीच कोई ‘‘गलत अर्थ नहीं निकाले ’’ जाने चाहिए.

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