भाजपा के रथों का जवाब, प्रचार में लालू उतारेंगे एक हजार टमटम

पटना. भाजपा के हाइटेक चुनावी रथों का जवाब राजद एक हजार टमटम से देगा. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को गांधी मैदान में तुरहा समाज के महासंगम में यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए हम गांधी मैदान से एक हजार टमटम रवाना करेंगे. इन पर हरा झंडा बंधा रहेगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2015 2:52 AM
पटना. भाजपा के हाइटेक चुनावी रथों का जवाब राजद एक हजार टमटम से देगा. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को गांधी मैदान में तुरहा समाज के महासंगम में यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए हम गांधी मैदान से एक हजार टमटम रवाना करेंगे. इन पर हरा झंडा बंधा रहेगा.

टमटम पर नेता को बैठा कर गांधी मैदान से रवाना किया जायेगा. साथ ही चालक को 500 रुपये भी दिये जायेंगे. राजद का चुनाव प्रचार फोरलेन पर नहीं होगा. उन्होंने तुरहा सहित आठ अन्य जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मांग भी की. इस दौरान यूपी सरकार ने एससी का दर्जा दिया है, बिहार सरकार को एससी का दर्जा देना होगा जैसे नारे भी लगे.

लालू प्रसाद ने कहा कि जब मेरे शरीर में खून रहेगा, तब तक अंतिम व्यक्ति की लड़ाई लड़ते रहेंगे. सामाजिक,आर्थिक व जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक जो रिपोर्ट प्रकाशित हुई है, उससे हर गांव की तसवीर बदरंग आयी है. अभी जातिगत जनगणना रिपोर्ट जारी नहीं की है. जब जातिगत रिपोर्ट जारी करने के लिए आंदोलन किया, तो केंद्र सरकार कह रही है कि इसे समय पर निकालेंगे. उन्होंने कहा कि अंगरेजों के समय 1931 में जाति की जनगणना की गयी थी. उसी आधार पर जनसंख्या के आधार पर अनुसूचित जाति/जनजाति को सरकारी नौकरी में 16 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की गयी. अब इनकी संख्या बढ़ कर 30-40 प्रतिशत हो गयी है. भाजपा समझ रही है कि संविधान के अनुसार अनुसूचित जाति/जन जातियों को 35 फीसदी आरक्षण देना पड़ेगा. इसलिए रिपोर्ट दबा ली. सामाजिक-आर्थिक रिपोर्ट के अनुसार, गांव का हर तीसरा परिवार भूमिहीन हैं. 6.68 लाख लोग भीख मांग रहे हैं. 75 फीसदी परिवारों की मासिक आमदनी पांच हजार रुपये से कम है और 13 प्रतिशत परिवार के पास एक कमरा तक नसीब नहीं है.

केंद्र सरकार बताये कि ये कौन जाति के लोग हैं, जिनकी ऐसी स्थिति है. रिपोर्ट आने पर इनके लिए बजट बनाना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि 1990 में जब हमारी सरकार बिहार में बैठी, तो नागपुर में बैठी सरकार ने मंडल के जवाब में कमंडल निकाला. अब फिर लड़ाई कमंडल बनाम मंडल की छिड़ गयी है. सभी लोग तैयार हो जाओ.

पूर्व मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना रिपोर्ट दबा ली है. 22 जुलाई को राजभवन मार्च किया जायेगा. इस मौके पर राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव भी मौजूद थे.

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