जेम्स बांड की फिल्म ‘यू ओनली लिव ट्वाइस’ और आमिर खान की फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ में जिस नैनो ड्रोन की परिकल्पना को दर्शाया गया था, उसे हाल में दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित हुई भारतीय अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा प्रदर्शनी में हकीकत का रूप दे दिया गया है.
मात्र 210 ग्राम का यह मानवरहित नैनो हवाई यंत्र ‘स्क्वायर फॉर रिकॉन’ एक हजार फुट तक उड़ान भर कर ढाई किलोमीटर तक के विडियो, फोटो और साउंड उपलब्ध करा सकता है. सेना और पुलिस के ऑपरेशनों में बड़ा सहायक होने के अलावा किसी भी मॉल, संस्थान, रैली, घर और आसपास की सुरक्षा या पड़ोसियों की गतिविधि जानने सहित अन्य सुरक्षा कारणों में यह लोगों की सुरक्षा के लिए बहुत उपयोगी है.
इसमें कई तरह के हाइफाइ यंत्रों के साथ हाइ पॉवर कैमरा, माइक्रोफोन, स्पीकर और जीपीएस लगा हुआ है. यह ढाई किलोमीटर की दूरी तक जा सकता है, जबकि यह इस रेंज में उच्च क्वालिटी की विडियो, फोटो व साउंड उपलब्ध करा सकता है.
नहीं होती दीवार से टक्कर
इस यंत्र की यह भी खास बात है कि उड़ान भरते समय दीवार आदि आने पर उससे टकराता नहीं है. अगर रिमोट से यह ऑपरेट भी नहीं किया जा रहा है, तो सेंसर के कारण यह वहां से रास्ता बदल लेता है. इसके अलावा बैटरी खत्म होने से पहले यह उस स्थान पर स्वयं ही लैंड कर जाता है, जहां से उसने टेकऑफ किया होता है.
गुप्तचर के रूप में इसका प्रयोग
प्रदर्शनी में इस नैनो ड्रोन को प्रदर्शित कर रहे दिल्ली के संजय कुमार के अनुसार, ब्रिटिश कंपनी के इस नैनो ड्रोन की कीमत करीब 30 लाख रुपये है. कई स्थानों पर सेना गुप्तचर के रूप में इसका इस्तेमाल कर रही है. खास बात यह है कि एक समय में कई नैनो ड्रोन एक स्थान पर काम कर सकते हैं. इतना ही नहीं दिल्ली में बैठ कर इसे लंदन में भी ऑपरेट किया जा सकता है. इसे कंप्यूटर से ऑपरेट करने के लिए एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड करना पड़ता है. देश की सुरक्षा में काफी संवेदनशील होने के कारण खरीदनेवाले के बारे में पूरी तहकीकात के बाद ही इसे दिया जाता है.
मानवरहित नैनो हवाई यंत्र में खास
वजन – 210 ग्राम
उड़ने की औसत गति – 6.5 मीटर प्रति सेकेंड
उड़ने की अधिकतम अवधि – 30 मिनट
ऑपरेशन रेंज – 2.5 किलोमीटर
डाटा लिंक – 4 गीगाहट्र्ज आइइइइ
जीपीएस – एंटी जैमिंग
वीडियो स्टिल इमेज – डे एंड नाइट