बिहार विस चुनाव: संघ ने तैयार की खास रणनीति, बनेंगे वार रूम

पटना : बिहार विधानसभा के चुनाव में महागंठबंधन को मात देने के लिए आरएसएस ने खास रणनीति बनायी है. इसके तहत संघ ने राज्य को चार भौगोलिक हिस्सों में बांट कर उसकी जिम्मेदारी पांच वरिष्ठ लोगों को सौंपी है. ये कमांडर की तरह काम करेंगे. पांचवें वरिष्ठ व्यक्ति जल्द ही बिहार आनेवाले हैं. आरएसएस के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2015 2:52 AM
पटना : बिहार विधानसभा के चुनाव में महागंठबंधन को मात देने के लिए आरएसएस ने खास रणनीति बनायी है. इसके तहत संघ ने राज्य को चार भौगोलिक हिस्सों में बांट कर उसकी जिम्मेदारी पांच वरिष्ठ लोगों को सौंपी है. ये कमांडर की तरह काम करेंगे. पांचवें वरिष्ठ व्यक्ति जल्द ही बिहार आनेवाले हैं. आरएसएस के सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि इन वरिष्ठ लोगों को सांगठनिक तौर पर बेहद दक्ष माना जाता है. इनमें से चार राज्य से बाहर के हैं.
जानकारी के अनुसार हाल में उत्तराखंड में संघ की हुई बैठक में ब्रज प्रांत के प्रचारक दिनेश जी को भाजपा में भेजा गया है. उन्हें बिहार चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जायेगी. वे पांचवें महत्वपूर्ण व्यक्ति होंगे. पार्टी की ओर से पटना, मुजफ्फरपुर, सुपौल और बेगूसराय में चुनाव अभियान को संचालित करने के लिए वार रूम बनाया जा रहा है. उतराखंड में हुई बैठक में संघ के सभी शीर्ष लोग मौजूद थे.
नाम नहीं छापने की शर्त पर संघ के सूत्र ने बताया कि ये कमांडर पार्टी के महासचिव और बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव तथा केंद्रीय मंत्रियों अनंत कुमार व धर्मेद्र प्रधान की निगरानी में काम करेंगे. प्रदेश भाजपा के सूत्रों ने बताया कि इनका चयन जुलाई के पहले हफ्ते में ही कर लिया गया था और उसी समय से ये सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं.
पहले के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा राज्य के बाहर के लोगों को लगाती रही है. लेकिन, यह पहला मौका है, जब पार्टी ने अपने चुनाव अभियान को ठोस व व्यवस्थित स्वरूप दिया है. प्रदेश भाजपा के नेताओं ने बताया कि बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभाओं का आयोजन इनकी देखरेख में होगा.
भाजपा ने आरएसएस के प्रचारक शिवनारायण को बिहार के उत्तर-पूर्व हिस्से का जिम्मा दिया है. यह इलाकाराजद के बागी सांसद पप्पू यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद नेता मोहम्मद तस्लीमुद्दीन और एमए फातमी के प्रभाव वाला माना जाता है.बिहार के उत्तर-पश्चिम इलाके में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उन्हीं की पार्टी के मोहम्मद शहाबुद्दीन का मजबूत असर माना जाता है. इस इलाके की जिम्मेदारी पवन शर्माको सौंपी गयी है. पवन भाजपा की दिल्ली इकाई में महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं. उनका संघ से गहरा नाता रहा है.
बिहार का दक्षिण-पश्चिम इलाका, जिसमें पटना और मगध डिविजन शामिल है, की जिम्मेदारी राजेंद्र सिंह को सौंपी गयी है. दक्षिण-पश्चिम इलाका, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला नालंदा भी शामिल है, की कमान सीआर पाटील को दी गयी है. पाटील गुजरात के नवसारी से सांसद हैं.
पांच में से चार वरिष्ठ लोग आरएसएस के बहुत करीब हैं. चौथे हैं सांसद सीआर पाटील,जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के करीबी हैं. फिलहाल तैनात किये गये सभी वरिष्ठों को आठ-आठ स्थानीय नेता भी उपलब्ध कराये गये हैं, जो उनकी सहायता करेंगे. इसके अलावा भाजपा नेताओं ने बताया कि पार्टी ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड के उम्दा कार्यकर्ताओं को अलग-अलग विधानसभाओं में काम करने के लिए बुलाया है.
चारों कमांडरों में से सिर्फ शिवनारायण ही बिहार से हैं और वर्ष 2000 से ही राज्य में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भारतीय मजदूर संघ से जुड़े रहे हैं. उन्हें वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल कर लिया गया था और उन्होंने उस दौरान पार्टी के महासचिव (संगठन) नागेंद्र की सहायता की थी.
शिवनारायण को उनके काम में पार्टी के विधान परिषद में सदस्य दिलीप जायसवाल मदद करेंगे. शिवनारायण के जिम्मे 67 विधानसभा सीटें हैं, जो कोसी, दरभंगा और पूíणया प्रमंडल के 10 जिलों में हैं. उनका मुख्यालय सुपौल में होगा. राज्य के उत्तर-पूर्व हिस्से के कमांडर पवन शर्मा के जिम्मे 72 विधानसभा सीटें हैं, जो तिरहुत और सारण डिविजन के नौ जिलों में फैली हैं. पवन शर्मा की मदद विधान परिषद सदस्य लालबाबू प्रसाद करेंगे. पवन शर्मा अपने काम का संचालन मुजफ्फरपुर से करेंगे.
दक्षिण-पश्चिम हिस्से की जिम्मेदारी राजेंद्र सिंह को दी गयी है. उनके जिम्मे 58 विधानसभा सीटें हैं, जो पटना और मगध डिविजन के नौ जिलों में फैली हैं. राजेंद्र सिंह इस समय झारखंड में महासचिव (संगठन) हैं. राज्य के दक्षिण-पूर्व हिस्से की जिम्मेदारी सीआर पाटील को दी गयी है. इस हिस्से में 46 विधानसभा क्षेत्र हैं, जो भागलपुर और मुंगेर डिविजन के 10 जिलों और नालंदा व नवादा जिलों में है. पाटिल अपने काम का संचालन बेगूसराय से करेंगे. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वीके सिंह के बाद तीसरी बड़ी जीत हासिल करनेवाले पाटील को विधान परिषद में भाजपा के सदस्य रजनीश कुमार सहयोग करेंगे.

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