चीन के केंद्रीय बैंक ने अपनी राष्ट्रीय मुद्रा युआन का अवमूल्यन कर इसे डॉलर के मुक़ाबले लगभग तीन साल के सबसे निचले स्तर पर ला दिया है.
‘पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना’ ने अब एक डॉलर की कीमत 6.22298 युआन तय की है जो इससे पहले 6.1162 युआन थी.
बैंक के मुताबिक़ युआन के मूल्य में 1.9 प्रतिशत की इस कमी का मक़सद विनिमय दर को और अधिक ‘बाज़ार के मुताबिक़’ बनाना है.
पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना एक आधिकारिक मध्यबिंदु (मिडप्वाइंट) के ज़रिए इस दर को नियंत्रित करती है जिससे किसी भी निश्चित दिन में कारोबार दो प्रतिशत उठ या गिर सकता है.
निर्यात में गिरावट
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन ने सप्ताहांत में बताया था कि जुलाई में उसके निर्यात में 8.3 फ़ीसदी की गिरावट आई है.
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक हाल के महीनों में डॉलर के मुकाबले युआन मज़बूत हुआ है जिससे चीनी निर्यात महंगा हो गया और चीनी उद्योगों में लोगों की नौकरियां जाने का ख़तरा पैदा होने लगा.
अमरीका और अन्य देशों की सरकारों को शिकायत रही है कि चीन सरकार युआन के मूल्य को जानबूझ कर कम रखती है ताकि उसे निर्यात में फ़ायदा हो, लेकिन इससे विदेशी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों को घाटा उठाना पड़ता है.
अमरीका समेत पश्चिम देशों की मांग रही है कि चीन युआन की विनिमय दर बाज़ार से तय होने दे.
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