जदयू ने जुटाये नाखून व बाल के नमूने, पीएमओ को भेजेंगे
पटना : पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर की गयी टिप्पणी का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. जदयू के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को पूरे राज्य में धरना दिया. राजधानी पटना में गर्दनीबाग एरिया में आयोजित धरना में लोगों ने डीएनए की सैंपल जांच के लिए अपने-अपने नाखून व बाल जमा […]
पटना : पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के डीएनए पर की गयी टिप्पणी का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. जदयू के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को पूरे राज्य में धरना दिया. राजधानी पटना में गर्दनीबाग एरिया में आयोजित धरना में लोगों ने डीएनए की सैंपल जांच के लिए अपने-अपने नाखून व बाल जमा किये. धरना स्थल पर पहुंची गन्ना उद्योग मंत्री रंजू गीता ने खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक के बाल काट कर सैंपल के लिए रखा.
इसके बाद खुद रंजू गीता ने अपने से बाल व नाखून काट कर छोटे से प्लास्टिक में रख कर उसे पीएम कार्यालय भेजे जानेवाले पोस्टकार्ड के साथ स्टेपल किया. धरना स्थल पर लगभग दो हजार लोगों ने नाखून व बाल का सैंपल दिया. मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि सभी सेंपल को राज्य भर से एकत्र कर लेने के बाद शब्द वापसी के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा.
गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर जदयू पटना जिला इकाई की ओर से एकदिवसीय धरना दिया गया. धरना में राज्य नागरिक परिषद के महासचिव कन्हैया भेलारी, सांसद हरिवंश व पवन वर्मा, विधान पार्षद राम वचन राय, प्रो. रणवीरनंदन, रूदल राय व राणा गंगेश्वर सिंह,विधायक अरुण मांझी, पूर्व विधान पार्षद गुलाम गौस, संजय गांधी, ललन सर्राफ, जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, बिहार राज्य नागरिक परिषद के महासचिव छोटू सिंह, पूर्व उप महापौर संतोष मेहता, कृष्णा प्रसाद, कमल नोपानी, राजनीतिक सलाहकार सदस्य गोविंद कनोडिया, एम.के.मधु, नागमणि कुशवाहा, जितेंद्र पटेल, शिवशंकर निषाद, विनोद यादव, चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, हुलेश मांझी, इमत्याज अंसारी, राजकुमारी विभु, पार्टी प्रकोष्ठ के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अपनी उपिस्थति दर्ज करायी. जदयू अभियान समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार ने धरने का आयोजन किया.
नीतीश के सिर बंधेगा सेहरा : गन्ना उद्योग मंत्री रंजू गीता ने कहा कि डीएनए यानि डेवलपमेंट ऑफ नीतीश एजेंडा का शंखनाद हो चुका है. विधानसभा चुनाव में जुमला वाली पार्टी नहीं चलनेवाली है. बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के सिर फिर से सेहरा बंधेगा. पीएम नरेंद्र मोदी अगर शब्द वापस नहीं लेते हैं तो उनके खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा.
हस्ताक्षर अभियान चला : डीएनए पर की गयी टिप्पणी के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया. हस्ताक्षर के लिए तीन बड़े-बड़े हस्ताक्षर पट्टी लगाये गये थे. सैंपल देनेवाले स्कैच पैन से हस्ताक्षर कर रहे थे. इसके अलावा जो लोग अपना सैंपल नहीं दे रहे थे, वे शब्द वापसी के समर्थन में अपना हस्ताक्षर किया.