सड़क पर दौड़नेवाला रॉकेट

भारत में ट्रेन भी 100 मील की स्पीड से नहीं चलती मगर ब्रिटेन में इंजीनियर्स एक ऐसी कार का निर्माण करने में जुटे हैं, जो 1000 मील प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. रॉकेट की तरह दिखने वाली इस सुपरसोनिक कार का नाम ब्लडहाउंड है. रॉकेट और यूरोफाइटर जेट इंजन की तकनीक से चलने वाली यह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2013 10:52 AM

भारत में ट्रेन भी 100 मील की स्पीड से नहीं चलती मगर ब्रिटेन में इंजीनियर्स एक ऐसी कार का निर्माण करने में जुटे हैं, जो 1000 मील प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. रॉकेट की तरह दिखने वाली इस सुपरसोनिक कार का नाम ब्लडहाउंड है.

रॉकेट और यूरोफाइटर जेट इंजन की तकनीक से चलने वाली यह कार ज़मीन पर दौड़ने वाला सबसे तेज वाहन होगा. ब्रिटेन में इस कार का निर्माण जोर-शोर से जारी है. 2015-16 में यह कार दक्षिण अफ्रीका के नॉर्थन केप के हेक्सकीन पैन ट्रैक पर दौड़ेगी. ब्लडहाउंड में ठोस रबर ईंधन का इस्तेमाल होगा. इसे बनानेवाली ब्रिटिश टीम ऊपरी चेसिस पर काम कर रही है, जहां इजे-200 इंजन लगाया जायेगा. जल्द ही जेट इंजन भी लगा दिया जायेगा.

ऐसे रफ्तार पकड़ेगी कार
ब्लडहाउंड एसएससी में इजे-200 जेट इंजन लगा है, जो कार को 300 मील प्रतिघंटा की स्पीड तक ले जायेगा. यह कार को बेहतर शुरुआत देगा जिसके बाद रॉकेट शुरू किया जाएगा. रॉकेट के शुरू होते ही कार की स्पीड 1000 मील तक पहुंच जायेगी.

अभी ‘थ्रस्ट एसएसएसी’ है सबसे तेज कार
ब्लडहाउंड सुपरसोनिक कार अभी निर्माण व परीक्षण के दौर से ही गुजर रही है. इसके 2015 तक ट्रैक पर उतरने की उम्मीद है. फिलहाल ब्रिटेन की ही थ्रस्ट सुपरसोनिक के पास जमीन पर चलने वाली सबसे तेज कार का रिकॉर्ड है. यह रिकॉर्ड 15 अक्तूबर 1997 को बना था जब कार ने 1,228 किमी/घंटे (763 मील/घंटे) की रफ्तार का रिकॉर्ड बनाया था. यह पहली बार था जब किसी कार ने ध्वनि से भी तेज गति से रफ्तार भरी थी. ध्वनि की गति 1,125 किमी/घंटे मानी जाती है.

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