अबूधाबी : खाड़ी क्षेत्र के प्रमुख देश संयुक्त अरब अमीरात के साथ आतंक के खिलाफ मुहिम और निवेश को आमंत्रित करने के एजेंडा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दो दिवसीय यात्रा पर अबूधाबी पहुंचे. पीएम मोदी की यात्रा पर यूएई सरकार का बड़ा फैसला करते हुए कहा कि भारतीयों की मांग पर अबूधाबी में मंदिर के लिए जमीन मिलेगी. इसकी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट पर भी दी है. उन्होंने लिखा है कि मैं यूएई सरकार का धन्यवाद करता हूं जिसने अबूधाबी में मंदिर निर्माण के लिए भूमि देने का वादा किया है. यह एक बड़ा कदम है. आज शाम 9:00 बजे नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे जिसके लिए लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है.
रविवार को अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां स्थित विश्व की तीसरी सबसे बड़ी मसजिद के दीदार के साथ की. किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा 34 साल बाद यूएइ की यात्रा पर यहां पहुंचे मोदी 1,80,000 वर्ग फुट के प्रांगण वाली शेख जायेद भव्य मसजिद देखने गये. यूएइ के संस् कृति मंत्री शेख नह्यान बिन मुबारक अल नह्यान और वि देश राज्य मंत्री डॉ अनवर गर्गश उनके साथ थे और मोदी ने उनके साथ सेल्फी ली.
मसजिद में आगंतुक पुस्तिका में मोदी ने लिखा, ‘‘मैं इस शानदार, विशाल और खूबसूरत इबादतगाह में आकर प्रसन्न हूं. यह दुनिया भर की रचनात्मकता और कौशल की बदौलत निर्मित मानवीय उपलब्धि और एकता का बेजोड़ नमूना है. विश्वास है कि यह शांति , करुणा, सौहार्द और समावेशिता का प्रतीक होगी जो इसलाम की आस्था में समाहित है.’’
दाऊद की संपत्ति जब्त करने की तैयारी !
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है. खबर है कि यूएइ सरकार दुबई में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहीम की संपत्ति जब्त करने की तैयारी में है. इडी ने एक महीना पहले ही यूएइ सरकार को इस बारे में जानकारी दे चुका है. सोमवार को बैठक में भी इस बात पर भारत की तरफ से मुद्दा उठाया जायेगा.
आतंक पर कसेगा शिकंजा
व्यापार और आर्थिक संबंधों के अलावा ,मोदी की यात्रा का सबसे अहम उद्देश्यों में से एक ये भी है कि वो अरब विश्व में आइएसआइएस के खतरों से निबटने के लिए यूएइ के संसाधनों का बेहतर उपयोग करना चाहते हैं. भारत आइएसआइएस की कैद में फंसे 39 भारतीयों की रिहाई के लिए यूएइ की मदद ले रहा है. माना जा रहा है दोनों देश आतंकवाद-निरोधी सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.
इन मसलों पर चर्चा
भारत और यूएइ के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिसमें प्रत्यर्पण , आपराधिक और दीवानी मामलों में आपसी कानूनी सहयोग , मादक पदार्थों की तस्करी का मुकाबला जैसे क्षेत्रों में संधियां और समझौते शामिल हैं. निवेश के नजरिये से 800 अरब डॉलर से अधि क स्वायत्त संपदा कोष वाला यूएइ महत्वपूर्ण स्थान रखता है.