अबूधाबी : खाड़ी क्षेत्र के प्रमुख देश संयुक्त अरब अमीरात के साथ आतंक के खिलाफ मुहिम और निवेश को आमंत्रित करने के एजेंडा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दो दिवसीय यात्रा पर अबूधाबी पहुंचे. यात्रा के दूसरे दिन आज वे आबूधाबी के हाईटेक शहर मैसडर पहुंचे और यहां के उद्योगपतियों से मुलाकात कीजिसके बाद आज दिन में करीब 01:30 बजे उन्होंने दुबई में क्राउन प्रिंस के साथ अमीरात पैलेस में मुलाकात की.
उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में विकास की आपार संभावना है. उन्होंने भारत में निवेश करने के लिए उद्योगपतियों को निमंत्रित किया. उन्होंने कहा कि भारत में 1 ट्रिलियन निवेश की संभावना है. भारत में 30 साल के बाद पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है और कठिनाई मुझे विरासत में मिली है. मैं 34 साल की भरपाई करने यहां आया हूं.
उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि रियलस्टेट और इंफ्रास्ट्रेक्चर में निवेश की संभावनाएं आपार हैं. मुझे 2022 तक 5 करोड़ लोगों को सस्ते मकान उपलब्ध कराने हैं. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ), विश्वबैंक और मूडीज जैसे सभी प्रमुख संस्थान इस बात पर सहमत हैं कि भारत विश्व की सबसे तेजी से वृद्धि दर्ज करती अर्थव्यवस्था है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की वृद्धि की संभावना और संयुक्त अरब अमीरात की ताकत, दोनों मिलकर इसे एशिया की सदी बना सकते हैं. हमें समस्याएं विरासत में मिली हैं, चीजों को शुरू करना प्राथमिकता है जो पिछली सरकारों के अनिर्णय और सुस्ती के कारण अटकी हुई थीं. उन्होंने कहा कि वह भारत में आर्थिक वृद्धि के लिए आधारभूत संरचना के निर्माण में यूएई से निवेश चाहते हैं.
उन्होंने यहां टच स्क्रीन बोर्ड पर अपना हस्ताक्षर भी किया. आपको बता दें कि दुबई में मसदर का नाम काफी लोकप्रिय है.मैसडर को सिटी ऑफ फ्यूचर भी कहा जाता है.
Investors meet with PM Narendra Modi in Masdar city in Abu Dhabi #ModiInUAE pic.twitter.com/6eE3Xcszed
— ANI (@ANI) August 17, 2015
यहां दुनिया का पहला पर्यावरणीय शहर तैयार हो रहा है. इस हाईटेक शहर को सौर और नवीकरणीय ऊर्जा प्रणाली से सुसज्जित किया जा रहा है. इस दौरे का सबसे अहम मेगा शो भी यहीं अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित किया गया है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 40 हजार लोगों को संबोधित करेंगे.
इससे पहले रविवार को पीएम मोदी की यात्रा पर यूएई सरकार का बड़ा फैसला करते हुए कहा कि भारतीयों की मांग पर अबूधाबी में मंदिर के लिए जमीन मिलेगी. इसकी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट पर भी दी है. उन्होंने लिखा है कि मैं यूएई सरकार का धन्यवाद करता हूं जिसने अबूधाबी में मंदिर निर्माण के लिए भूमि देने का वादा किया है. यह एक बड़ा कदम है. रविवार को अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां स्थित विश्व की तीसरी सबसे बड़ी मसजिद के दीदार के साथ की. किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा 34 साल बाद यूएइ की यात्रा पर यहां पहुंचे मोदी 1,80,000 वर्ग फुट के प्रांगण वाली शेख जायेद भव्य मसजिद देखने गये. यूएइ के संस् कृति मंत्री शेख नह्यान बिन मुबारक अल नह्यान और वि देश राज्य मंत्री डॉ अनवर गर्गश उनके साथ थे और मोदी ने उनके साथ सेल्फी ली.
मसजिद में आगंतुक पुस्तिका में मोदी ने लिखा, ‘‘मैं इस शानदार, विशाल और खूबसूरत इबादतगाह में आकर प्रसन्न हूं. यह दुनिया भर की रचनात्मकता और कौशल की बदौलत निर्मित मानवीय उपलब्धि और एकता का बेजोड़ नमूना है. विश्वास है कि यह शांति , करुणा, सौहार्द और समावेशिता का प्रतीक होगी जो इसलाम की आस्था में समाहित है.’’
दाऊद की संपत्ति जब्त करने की तैयारी !
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है. खबर है कि यूएइ सरकार दुबई में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहीम की संपत्ति जब्त करने की तैयारी में है. इडी ने एक महीना पहले ही यूएइ सरकार को इस बारे में जानकारी दे चुका है. सोमवार को बैठक में भी इस बात पर भारत की तरफ से मुद्दा उठाया जायेगा.
आतंक पर कसेगा शिकंजा
व्यापार और आर्थिक संबंधों के अलावा ,मोदी की यात्रा का सबसे अहम उद्देश्यों में से एक ये भी है कि वो अरब विश्व में आइएसआइएस के खतरों से निबटने के लिए यूएइ के संसाधनों का बेहतर उपयोग करना चाहते हैं. भारत आइएसआइएस की कैद में फंसे 39 भारतीयों की रिहाई के लिए यूएइ की मदद ले रहा है. माना जा रहा है दोनों देश आतंकवाद-निरोधी सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.
इन मसलों पर चर्चा
भारत और यूएइ के बीच सहयोग के संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिसमें प्रत्यर्पण , आपराधिक और दीवानी मामलों में आपसी कानूनी सहयोग , मादक पदार्थों की तस्करी का मुकाबला जैसे क्षेत्रों में संधियां और समझौते शामिल हैं. निवेश के नजरिये से 800 अरब डॉलर से अधि क स्वायत्त संपदा कोष वाला यूएइ महत्वपूर्ण स्थान रखता है.