बच्चे क्लास में, मगर अभिभावकों को मिला एब्सेंट का मैसेज
पटना : सुबह बच्चे स्कूल गये. स्कूल भी अपने समय के अनुसार खुला. लेकिन, अचानक आये एक मैसेज ने 2700 अभिभावकों की नींद उड़ा दी. स्कूल की ओर से मैसेज आया कि अापका बच्चा स्कूल नहीं आया और वो एबसेंट है. ऐसे में सारे अभिभावक तुरंत स्कूल पहुंचें. कई अभिभावकों ने हंगामा भी किया. इसके […]
पटना : सुबह बच्चे स्कूल गये. स्कूल भी अपने समय के अनुसार खुला. लेकिन, अचानक आये एक मैसेज ने 2700 अभिभावकों की नींद उड़ा दी. स्कूल की ओर से मैसेज आया कि अापका बच्चा स्कूल नहीं आया और वो एबसेंट है. ऐसे में सारे अभिभावक तुरंत स्कूल पहुंचें. कई अभिभावकों ने हंगामा भी किया. इसके बाद पता चला कि स्कूल की एक तकनीकी गलती की वजह से ऐसा मैसेज तमाम अभिभावकों के पास चला गया. अभिभावकों के साथ यह घटना खगौल स्थित रेडियेंट इंटरनेशनल स्कूल में गुरुवार को 11 बजे घटी.
स्कूल ने नहीं ली जिम्मेवारी
डियर राहुल सिंह (अभिभावक का बदला हुआ नाम है), आपका बच्चा कैलाश, जो क्लास सिक्स ए सेक्सन में पढ़ता है, वो आज स्कूल से एबसेेंट है. यह मैसेज देखते ही बैंक में कार्यरत राहुल सिंह तुरंत स्कूल पहुंचे. राहुल सिंह ने बताया कि स्कूल में पहुंचने के बाद स्कूल ने किसी भी गलती हाेने की जिम्मेवारी तक नहीं ली. उल्टे स्कूल प्रशासन की ओर से गार्ड द्वारा अभिभावकों को स्कूल से बाहर जाने को कहा गया. ऐसे में कई अभिभावकों ने हंगामा किया.
और एबसेंट का दब गया बटन
स्कूल सूत्रों की मानें, तो एसएमएस भेजने के लिए तमाम बच्चे का नाम अभिभावकों के नाम के साथ कंप्यूटर पर फीड होता है. ऐसे में जब कोई मैसेज अभिभावकों को भेजा जाता है, तो दो ऑप्शन होते हैं. पहला ऑप्शन प्रजेंट का और दूसरा ऑप्शन एबसेेंट का होता है. गुरुवार को कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा एबसेंट स्टूडेंट और प्रेजेंट स्टूडेंट का मैसेज भेजा जा रहा था, तभी गलती से एबसेंट का बटन दब जाने के कारण सारे अभिभावकों के पास मैसेज चला गया.
तकनीकी गलती के कारण ऐसा मैसेज अभिभावकों के पास चला गया. ऐसे में कई अभिभावक स्कूल कैंपस में भी आ गये. लेकिन, बाद में पता चलने के बाद हमने दुबारा अभिभावकों को रॉग मैसेज जाने की बात स्वीकार भी किया.
एम एस रहमान, प्रिंसिपल, रेडियेंट इंटरनेशनल स्कूल