वियना : ऑस्ट्रिया के चांसलर वर्नेर फेमन ने आज तडके कहा कि ऑस्ट्रिया और जर्मनी कुछ समय में हंगरी की सीमा पर पहुंचने वाले हजारों प्रवासियों को शरण देने के लिए तैयार हो गये हैं. फेमन ने ऑस्ट्रिया की समाचार एजेंसी एपीए से कहा कि उन्होंने जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के साथ ‘विचार विमर्श कर’ हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबन को फैसले से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि वह ‘हंगरी की सीमा पर बनी हुई आपात स्थिति’ के कारण ऐसा करने के लिए प्रेरित हुए. हंगरी ने कल था कि उसने शरणार्थियों से भरी बसों को आगे बढने से रोक दिया.
ये शरणार्थी बुडापेस्ट के मुख्य रेलवे स्टेशन पर कई दिनों तक फंसे होने के बाद ऑस्ट्रिया की सीमा पर पहुंचे थे. लेकिन ऑस्ट्रिया और जर्मनी के प्रवासियों को शरण देने के फैसले के बाद आज तडके बस आगे के लिए रवाना हो गये. शरणार्थी संकट से निपटने को लेकर यूरोपीय संघ के सदस्य देशों में बढते तनाव के साथ हंगरी के अधिकारियों द्वारा रोकी गयी बसें केलेटी रेलवे स्टेशन से रवाना हो गयीं.
बस में अस्थायी शिविरों में कई दिनों तक रह रहे लोग सवार थे. हंगरी की आधिकारिक समाचार एजेंसी एमटीआइ की खबर के अनुसार ऑस्ट्रिया की सीमा पर पहुंचे 1,200 लोगों में से कुछ को इससे कुछ मिनट पहले बसों में सवार किया गया. इससे पहले समुद्र में डूबने से मारे गये सीरियाई बच्चे आयलान के पिता ने कल वापस सीरिया लौटकर अपने पूरे परिवार को सुपुर्दे खाक कर दिया.
नन्हें आयलान, उसका छोटा भाई गालिब और मां की डूबने से मौत हो गयी थी. समुद्र तट पर पडे तीन साल के आयलान कुर्दी के शव ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया जिसके बाद संकट को लेकर वैश्विक आक्रोश शुरू हो गया.