पाकिस्तान ने फिर अलापा कश्मीर राग, कश्मीरियों को भड़काने का किया प्रयास
इस्लामाबाद : पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर एक बार फिर से विवादित बयान दे रहा है. पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ ने कहा कि भारत कश्मीरियों पर जुर्म कर रहा है और इस मुद्दे को सुलझाये बिना इलाके में अमन-शांति नहीं हो सकती. आर्मी चीफ ने कश्मीर को पाकिस्तान का बताते हुए काफी आक्रमक भाषण […]
इस्लामाबाद : पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर एक बार फिर से विवादित बयान दे रहा है. पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल राहिल शरीफ ने कहा कि भारत कश्मीरियों पर जुर्म कर रहा है और इस मुद्दे को सुलझाये बिना इलाके में अमन-शांति नहीं हो सकती. आर्मी चीफ ने कश्मीर को पाकिस्तान का बताते हुए काफी आक्रमक भाषण दिया और भारत ओ अंजाम भुगतने की धमकी भी दे डाली. पाकिस्तान में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. वहां की राजनीति भी कश्मीर को अपना बताने और भारत की आलोचनाओं पर टिकी हुई है. बड़े नेताओं सहित कट्टरपंथी धड़ों के प्रमुखों की ओर से आये दिन ऐसे बयान आते रहते हैं.
पिछले दिनों भारत को चेतावनी देते हुए आर्मी चीफ ने कहा था कि, भारत युद्ध के लिए धकेल रहा है और उसे इसके नतीजे भुगतने होंगे. भारत के साथ 1965 के युद्ध के 50 साल पूरे होने के मौके पर पाकिस्तान ने रविवार को देश भर में कार्यक्रमों एवं विशेष नमाज का आयोजन किया जबकि पाकिस्तानी नेतृत्व ने देश के वजूद के किसी भी खतरे को ‘नाकाम’ करने का इरादा जाहिर किया. हालांकि इस युद्ध में पाकिस्तान को भारी शिकस्त मिली थी.
लेकिन पाकिस्तान अपने सेखी बघारने के लिए इस दिन को उत्सव के रूप में मनाता है. इस्लामाबाद में 31 बंदूकों की सलामी के साथ और प्रांतीय राजधानियों में 21 बंदूकों की सलामी से सालाना रक्षा दिवस की शुरुआत हुई. युद्ध में मारे गये करीब 4,000 सैनिकों की याद में देश भर में एक मिनट का मौन रखा गया और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लाहौर स्थित युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया.
इस कार्यक्रम में संदेश देते हुए पाकिस्तानी राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने कहा, ‘कामयाब रहे जर्ब-ए-अज्ब अभियान में पाकिस्तानी सेना ने साबित किया है कि देश की सुरक्षा और वजूद के लिए किसी भी तरह के खतरे को नाकाम कर दिया जाएगा. पाकिस्तानी राष्ट्र और इसके सशस्त्र बल देश की सीमाओं और इसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं.’ वहीं प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा, ‘आतंकवाद से मुकाबले में राजनीतिक एवं सैन्य नेतृत्व की ओर से दिखाया गया अभूतपूर्व नेतृत्व हमारे राष्ट्रीय इतिहास में एक और गौरव का अध्याय है.’
उन्होंने कहा, ‘संप्रभु समानता के आधार पर हम अपने सभी पडोसियों के साथ अच्छे और शांतिपूर्ण संबंध चाहते हैं.’ सूचना मंत्री परवेज राशिद ने दावा किया कि पाकिस्तान 1965 के युद्ध के इस दिन को रक्षा दिवस के तौर पर इसलिए मना रहा है क्योंकि भारत आक्रमण के जरिए अपने उद्देश्यों को पाने में नाकाम रहा. राशिद ने कहा, ‘आज हमारे लिए रक्षा दिवस है जबकि भारत के लिए यह आक्रमण दिवस है क्योंकि उसने पाकिस्तान पर हमला किया.’