आस्ट्रिया अब युद्धग्रस्त देशों के शरणार्थियों को यात्रा की नहीं देगा अनुमति, बढेगी परेशानी
भले ही तीन वर्षीय अयान कुर्दी की मौत से दुनिया भौंचक रह गयी हो, लेकिन युद्धग्रस्त सिरिया व अन्य देशों की शरणार्थी समस्या आने वाले दिनों में और गहरी हो सकती है. आस्ट्रिया ने एलान किया है कि वह उन विशेष उपायों को खत्म कर रहा है, जिनके आधार पर हजारों प्रवासियों को हंगरी से […]
भले ही तीन वर्षीय अयान कुर्दी की मौत से दुनिया भौंचक रह गयी हो, लेकिन युद्धग्रस्त सिरिया व अन्य देशों की शरणार्थी समस्या आने वाले दिनों में और गहरी हो सकती है. आस्ट्रिया ने एलान किया है कि वह उन विशेष उपायों को खत्म कर रहा है, जिनके आधार पर हजारों प्रवासियों को हंगरी से पश्चिमी यूरोप तक स्वतंत्र रूप से यात्रा की अनुमति दी गयी थी.
आस्ट्रिया के चांसलर वर्नर फेय मैन ने अपने एक बयान में कहा है कि आस्ट्रिया शरणार्थियों के लिए लागू किये गये आपातकालीन उपायों को अब हम चरणबद्ध तरीके से हटा लेगा. उन्होंने कहा है कि नियमों को उदार बनाये जाने के कारण एक सप्ताह में हजारों लोग हंगरी से ऑस्ट्रिया व जर्मनी चले गये हैं.
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों से हंगरी, आस्ट्रिया व जर्मनी ने शरणार्थियों के लिए बने डबलिन रेगुलेशन में ढील दी थी, जिससे पलायन कर रहे लोगों का सुरक्षित जगहों पर पहुंचना आसान हो गया है. ज्यादातर प्रवासी जर्मनी जा रहे हैं. जर्मनी ने भी इस पर चिंता जताते हुए कहा है कि उसकी मदद का गलत लाभ नहीं उठाया जाये.
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक आस्ट्रिया चाहता है कि अन्य यूरोपीय देश भी अब प्रवासियों का बोझ उठायें. उधर, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्तोर ओर्बान ने एक इंटरव्यू में आस्ट्रिया से अपील की है कि वह अब अपन सीमा को प्रवासियों के लिए बंद कर दे.
प्रवासियों को दे शरण : पोप
उधर, पोप फ्रांसिस ने यूरोप के कैथोलिक गिरिजाघरों से प्रवासी परिवारों को शरण देने को कहा है. उन्होंने यह अपील युद्धग्रस्त देशों के लोगों के आस्ट्रिया के रास्ते जर्मनी पहुंचने के वक्त की है. ऐसे में उनका यह बयान अहम है. उन्होंने कैथोलिक शरण स्थलों से कहा है कि उन्हें कम से कम एक प्रवासी परिवारों को शरण देना चाहिए. पोप ने यह भी कहा है कि वैटिकन के दो कैथोलिक पैरिश दो प्रवासी परिवारों को शरण देकर उदाहरण पेश करेंगे. उन्होंने कहा है कि दिसंबर में शुरू होने वाले ईयर ऑफ मर्सी यानी दया का वर्ष से पहले कैथोलिक समुदाय मानवता के लिए ऐसा कर एक ठोस संदेश दे.