1995 के बिहार विधानसभा चुनाव को संपन्न कराने में लंबा अंतराल लगा. उस साल पांच चरणों में मतदान कराये गये थे. पहले और अंतिम चरण के मतदान के बीच अंतराल 17 दिनों का था. चुनाव आयोग ने यह व्यवस्था बूथों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल की तैनाती को लेकर की थी.
एक इलाके का मतदान खत्म होने के बाद दूसरे इलाके में फोर्स को भेजा जाता था. वैसे, इसके पहले 1990 का विधानसभा चुनाव पूरे राज्य में एक ही तिथि (27 फरवरी) को संपन्न हुआ था. 1984 से 2000 के बीच जो भी लोकसभा के चुनाव हुए, वे बिहार में एक से लेकर तीन चरणों में कराये गये थे.
इस अवधि में देश में राजनीतिक अस्थिरता और उथल-पुथल का दौर चला और लोकसभा के सात चुनाव हुए थे. 1984 में लोकसभा का चुनाव 24 दिसंबर को हुआ था. लेकिन, वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव में मतदान 18 सितंबर से शुरू हुआ और अंतिम चरण तीन अक्तूबर को पूरा हुआ.