कट्टरपंथी आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का एक और खौफनाक चेहरा सामने आया है. आइएस के चंगुल से भागे एक 14 साल के बच्चे ने बताया कि वहां शिविरों में बच्चों को सर कलम करने की ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के दौरान उन्हें मारा-पीटा जाता है. महिलाओं के साथ गंदी हरकते करते हैं. पहले भी आइएस के चंगुल से भागी महिला ने बताया था कि वहां किस प्रकार महिलाओं का शोषण किया जाता है. महिलाओं को कहा जाता था कि रेप से जन्नत नसीब होता है. कट्टरपंथियों द्वारा जारी वीडियो में बंधकों का सीर कलम करते दिखाया गया है.
अभी हाल में आइएस के चंगुल से निकला बच्चा रगाब अहमद बताता है कि ट्रेनिंग कैंपों में बच्चों को एक47 का डर दिखाकर ट्रेंड किया जाता है और वीडियो बनाने के लिए उन्हीं से सर कलम करवाया जाता है. बच्चे ने बताया कि बंधकों की तीन वर्गों में बांटा जाता है. महिलाओं को अलग रखा जाता है और पुरुषों और बच्चों को अलग-अलग रखा जाता है. महिलाओं का शोषण किया जाता है जबकि पुरुषों को इस्लाम के नाम पर आतंक फैलाने को कहा जाता है. और बच्चों को जबरन ट्रेनिंग दी जाती है.
रगाब ने बताया कि उसका परिवार तस्करों की मदद से आजाद हो पाया है. इसके लिए उसके परिवार को 1650 पाउंड चुकाने पड़े, हालांकि उसके पिता का कोई पता नहीं चल पाया है. रगाब भागते वक्स आइएस लड़ाकों की एक मेमोरी स्टिक चुरा लाया है. इसके कई प्रकार की दहलाने वाली तस्वीर है.