तालिबान ने अफगानिस्तान की जेल में किया हमला, सैकडों कैदियों को भगाया
गजनी : तालिबानी आतंकवादियों ने पूर्वी अफगान प्रांत गजनी के मुख्य कारागार में हमला करके कुछ पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी और सैकडों कैदियों को वहां से मुक्त करा लिया. उप प्रांतीय गवर्नर मोहम्मद अली अहमदी ने एएफपी को बताया, ‘सेना की वर्दी पहने छह तालिबान आतंकवादियों ने देर रात करीब ढाई बजे गजनी […]
गजनी : तालिबानी आतंकवादियों ने पूर्वी अफगान प्रांत गजनी के मुख्य कारागार में हमला करके कुछ पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी और सैकडों कैदियों को वहां से मुक्त करा लिया. उप प्रांतीय गवर्नर मोहम्मद अली अहमदी ने एएफपी को बताया, ‘सेना की वर्दी पहने छह तालिबान आतंकवादियों ने देर रात करीब ढाई बजे गजनी कारागार पर हमला कर दिया. वे मुख्य द्वार के सामने एक कार बम विस्फोट करने और आरपीजी दागने के बाद कारागार में जबरन घुस आए.’ उन्होंने बताया कि हमले के बाद 352 कैदी जेल से भाग गए लेकिन अफगानिस्तान के गृह मंत्री ने बताया कि 400 कैदी जेल से भाग निकले.
अहमदी ने कहा कि इस दौरान चार अफगान पुलिस अधिकारी मारे गये और सात अन्य लोग घायल हो गये. गजनी शहर में असैन्य अस्पताल के प्रमुख बाज मोहम्मद हेमत ने बताया कि 14 घायलों को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया. इन घायलों में 10 सुरक्षाकर्मी और चार कैदी शामिल हैं. इस दु:साहसी हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में कहा, ‘यह सफल अभियान देर रात दो बजे शुरू होकर कई घंटों तक चला. जेल तालिबान के नियंत्रण में है.’उसने कहा, ‘इस अभियान में हमारे 400 निर्दोष देशवासियों को रिहा कराकर मुजाहिदीन नियंत्रित इलाकों में ले जाया गया.’
तालिबान ने गत अप्रैल को देशभर में ग्रीष्कालीन आक्रमण शुरू किया है. उसे अपने सार्वजनिक बयानों में चीजों को बढा-चढा कर बताने और गलत बयान देने के लिए जाना जाता है. इससे पहले वर्ष 2011 में दक्षिणी कंधार प्रांत की एक जेल से करीब 500 तालिबानी लडाके और कमांडर भाग गये थे. सरकार ने इस घटना को सुरक्षा ‘त्रासदी’ बताया था.