अमेरिका ने नेपालियों से संविधान बनाने की प्रक्रिया में सहयोग करने को कहा

वॉशिंगटन : नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के प्रस्ताव को सोमवार नेपाल की संविधान सभा ने भारी बहुमत से ठुकरा दिया है जिसके बाद यहां हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया. संविधान सभा ने ऐलान किया कि हिंदू बहुल यह हिमालयी देश धर्मनिरपेक्ष बना रहेगा. इस मामले में अमेरिका ने नेपाली लोगों को नया संविधान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2015 9:25 AM

वॉशिंगटन : नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के प्रस्ताव को सोमवार नेपाल की संविधान सभा ने भारी बहुमत से ठुकरा दिया है जिसके बाद यहां हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया. संविधान सभा ने ऐलान किया कि हिंदू बहुल यह हिमालयी देश धर्मनिरपेक्ष बना रहेगा. इस मामले में अमेरिका ने नेपाली लोगों को नया संविधान जारी करने के दौरान शांतिपूर्ण तथा अहिंसक तरीकों से बातचीत करने को कहा है और सुरक्षा बलों से प्रदर्शनों से निपटते हुए संयम बरतने का आह्वान किया है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा, ‘‘संविधान सभा में मतदान जारी है और हमें उम्मीद है कि रचनात्मकता, समावेशी तरीके और लचीलेपन के साथ तैयार किया गया दस्तावेज एक शांतिपूर्ण और समृद्ध नेपाल का निर्माण करेगा।” नेपाल का हिंदू देश का दर्जा हटाने के लिए पेश किया गया प्रस्ताव कल संविधान सभा में बहुमत से खारिज कर दिया गया। संविधान सभा ने घोषणा की कि हिंदू बहुल देश धर्म निरपेक्ष बना रहेगा. इस घोषणा के बाद, संघीय ढांचे को लेकर पहले ही व्याप्त अस्थिरता के बीच देश में हिंसक प्रदर्शन होने लगे.

किर्बी ने एक बयान में कहा, ‘‘हम नागरिकों से शांतिपूर्ण तथा अहिंसक तरीकों से बातचीत करने और सुरक्षा बलों से प्रदर्शनों से निपटने में संयंम बरतने का आह्वान करते हैं.” उन्होंने कहा कि नेपाल में संविधान का मसौदा तैयार करने और उसे जारी करने की प्रक्रिया अंतिम चरणों में है. उन्होंने कहा ‘‘अमेरिका नेपाली लोगों के लिए और नेपाल में लोकतांत्रिक बदलाव को मजबूत बनाने तथा आर्थिक विकास की नींव रखने में इस प्रक्रिया का महत्व समझता है.”

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