स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव हो चुनावी मुद्दा

विधानसभा चुनाव को लेकर डॉक्टरों में भी उत्सुकता है. राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के मुद्दे को वे इस चुनाव का बड़ा विषय मानते हैं. अपने वोट के अधिकार के इस्तेमाल के पहले वे दलों और प्रत्याशियों को परखना चाहते हैं. पेश हैं उनके विचार. स्वास्थ्य जागरुकता जरूरी सरकार जिस पार्टी की बने, बस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 16, 2015 4:48 AM

विधानसभा चुनाव को लेकर डॉक्टरों में भी उत्सुकता है. राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के मुद्दे को वे इस चुनाव का बड़ा विषय मानते हैं. अपने वोट के अधिकार के इस्तेमाल के पहले वे दलों और प्रत्याशियों को परखना चाहते हैं. पेश हैं उनके विचार.

स्वास्थ्य जागरुकता जरूरी

सरकार जिस पार्टी की बने, बस वह इतना जरूर ख्याल रखे कि हमारे बिहार में स्वास्थ्य के प्रति अभी भी जागरूकता की कमी है. इस कारण से अस्पतालों में जब मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं, तो उनकी बीमारी अति गंभीर होती है.

ऐसे में उनका इलाज करना मुशिकल हो जाता है. इसलिए हम अगली सरकार से उम्मीद करेंगे कि वह ग्रामीण स्तर तक लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक करने के लिए नियमति अभियान चलाये. अस्पतालों में दवा, जांच की संपूर्ण व्यवस्था हो.

अस्पतालों में डॉक्टरों की संख्या बढ़ायी जाये, ताकि मरीजों का इलाज सुलभ तरीके से हो सके. इसके अलावा राज्य में चिकित्सा के क्षेत्र में शोध की अनुकूल परिस्थितियां बनें तथा डॉक्टरों को हर स्तर पर पर्याप्त सुरक्षा व प्रोत्साहन मिले. इसे चुनाव का भी मुद्दा होना चाहिए.

डॉ एके अग्रवाल, पीएमसीएच न्यूरो विभाग के एचओडी एवं एकेयू के कुलपति.

मातृ मृत्यु दर को कम करें

बिहार में अब मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकार ने सख्त कदम उठाये है और इसी का नतीजा है कि सरकार को इसमें सफलता मिली है, लेकिन आज भी हमारे समाज के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को अस्पताल तक आने में परेशानी होती है.

अस्पतालों में प्रसव के लिए ओटी बनाये गये हैं, लेकिन डॉक्टर व एनेसथेसिस की कमी है. हमारी अगली सरकार जैसी हो और जिसकी हो वह स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम करें और मरीज हित में अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाये जाये, ताकि गरीबों का समुचित इलाज हो सके.

डॉ मीना सामंत, कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ

कैंसर मरीजों के लिए हो व्यवस्था

बिहार में कैंसर मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अगर अगली सरकार कैंसर मरीजों के हित में काम करें, तो गरीबों का भला होगा. यह बीमारी मरीज को दर्द से और उनके परजिनों को पैसों से तोड़ देता है.

हम अब इतना चाहेंगे कि सरकार कैंसर मरीजों की जांच ब्लॉक स्तर पर करा दें, तो उन गरीबों को फायदा होगा. हमारा काम है मरीजों की सेवा करना. ऐसे में हम यही चाहेंगे कि हमारी सरकार मरीज हित में काम करें और सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधा प्रदान कराये.

डॉ मनीषा सिंह, महावीर कैंसर संस्थान, कैंसर रोग विशेषज्ञ.

अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ें

सर्रकार किसी पार्टी की हो, वह अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाती रहे. मेडिकल कॉलेजों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को अस्पताल में आने के बाद किसी भी चीज के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़े. बस हम सरकार से यही चाहते है. अस्पताल में मरीज का इलाज हो और उसके बाद डॉक्टरों की क्षमता बढ़ायी जाये. अस्पतालों में डॉक्टर पर्याप्त रहेंगे, तो मरीजों को दवा व जांच मुफत में मिलेगी.

डॉ सुधांशु सिंह, पीएमसीएच उपाधीक्षक.

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