ओबामा 25 सितंबर को करेंगे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मेजबानी
वॉशिंगटन : साइबर सुरक्षा मुद्दों पर अमेरिका और चीन के मध्य बढते तनाव के बीच राष्ट्रपति बराक ओबामा आधिकारिक दौरे पर आ रहे अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग की 25 सितंबर को मेजबानी करेंगे. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कल यहां कहा, ‘‘सरकारी यात्रा पर आ रहे पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के […]
वॉशिंगटन : साइबर सुरक्षा मुद्दों पर अमेरिका और चीन के मध्य बढते तनाव के बीच राष्ट्रपति बराक ओबामा आधिकारिक दौरे पर आ रहे अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग की 25 सितंबर को मेजबानी करेंगे. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कल यहां कहा, ‘‘सरकारी यात्रा पर आ रहे पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की 25 सितंबर 2015 को राष्ट्रपति ओबामा मेजबानी करेंगे.’’ ओबामा नवंबर 2014 को चीन की आधिकारिक यात्रा पर गए थे और अब शी अमेरिका आ रहे हैं.
अर्नेस्ट ने कहा, ‘‘शी का दौरा विभिन्न वैश्विक, क्षेत्रीय और परस्पर हितों के द्विपक्षीय मुद्दों पर अमेरिका-चीन सहयोग को व्यापक करने का अवसर प्रदान करेगा और राष्ट्रपति ओबामा तथा उनके चीनी समकक्ष शी असहमति के क्षेत्रों पर रचनात्मक तरीके से विचार भी कर सकेंगे.’’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति और उनकी पत्नी 25 सितंबर की शाम को एक आधिकारिक भोज में राष्ट्रपति शी और उनकी पत्नी पेंग लियुन की मेजबानी करेंगे. मीडिया की खबरों में कहा गया है कि ओबामा प्रशासन कथित साइबर जासूसी और साइबर चोरी के मुद्दों को लेकर चीन के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है लेकिन चीन ने इन आरोपों को खारिज किया है.
संवाददाताओं से बातचीत में अर्नेस्ट ने प्रतिबंध लगाने जाने से इनकार नहीं किया लेकिन कहा कि इन बातों पर सार्वजनिक रुप से चर्चा नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा ‘‘हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और मुझे लगता है कि अमेरिका ने दोनों राष्ट्रपतियों के बीच सीधी बातचीत सहित कई कदम उठाए हैं और राष्ट्रपति ने अपने समकक्ष के समक्ष साइबर स्पेस में चीनी गतिविधि को लेकर अपनी चिंताएं भी जाहिर की हैं.’’ अर्नेस्ट ने कहा ‘‘पिछले साल पांच चीनी सैन्य अधिकारियों पर साइबर स्पेस में उनकी कार्रवाइयों के लिए अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने अभियोग लगाया था. इसलिए मेरे विचार से, यह बात स्पष्ट है कि इस मुद्दे को अमेरिका और ओबामा प्रशासन गंभीरता से लेते हैं.’’ उन्होंने कहा ‘‘चीन सरकार के सामने यह साफ हो गया है कि इस मुद्दे को हम गंभीरता से लेते हैं और इसका प्रमाण यह है कि चीनी राष्ट्रपति ने सचिव मेंग को अपने दौरे से पहले अमेरिकी अधिकारियों से मिलने के लिए हमारे देश भेजा.’’