अब श्वेता प्रभाकरन ने किया भारत का नाम रौशन, व्हाइट हाउस से मिला चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड
वाशिंगटन : यूं तो भारतीय और भारतीय मूल की कई बेटियों ने भारत भूमि का सम्मान पूरी दुनिया में बढाया है, लेकिन हाल में इस कडी में नया नाम जुडा है 15 वर्षीया श्वेता प्रभाकरन की. श्वेता को व्हाइट हाउस ने चैंपियंस ऑफ चेंज पुरस्कार के लिए चुना है. इस पुरस्कार को ग्रहण करने के […]
वाशिंगटन : यूं तो भारतीय और भारतीय मूल की कई बेटियों ने भारत भूमि का सम्मान पूरी दुनिया में बढाया है, लेकिन हाल में इस कडी में नया नाम जुडा है 15 वर्षीया श्वेता प्रभाकरन की. श्वेता को व्हाइट हाउस ने चैंपियंस ऑफ चेंज पुरस्कार के लिए चुना है.
इस पुरस्कार को ग्रहण करने के बाद श्वेता ने कहा कि मैं जब हाई स्कूल में पहली बार कंप्यूटर साइंस की कक्षा में बैठी थी, तब मैंने सोचा भी नहीं था कि एक दिन मैं बच्चों को कोड के बारे में सिखाउंगी. मैं वास्तव में चाहती हूं कि मेरी तरह अन्य लडकियों को भी अच्छे शिक्षक मिलें और वे तकनीक रू-ब-रू हों.
श्वेता एनजीओ एवरीबडी कोड नाउ की संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं, जो अगली पीढी के युवाओं को इंजीनियर, वैज्ञानिक और उद्यमी बनने के लिए सशक्त बनाने का काम करता है.
इस संबंध में व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि श्वेता के निर्देश न के तहत एनजीओ ने सैकडों छात्रों को कोड के बारे में बताया और स्कूलों की एसटीइएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) गतिविधियों के लिए हजारों डॉलर एकत्र किये. श्वेता के माता-पिता 1998 में तमिलनाडु से अमेरिका आ गये थे.