पेशावर : पाकिस्तान में आतंकियों ने एक बार फिर देश के बेहद अहम सैन्य ठिकानों में से एक पेशावर के एयरफोर्स बेस पर हमला किया. पाक सेना और आतंकियों के बीच हुई इस गोलीबारी में 8 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया. खबर लिखे जाने तक सेना का ऑपरेशन खत्म हो चुका है. पीएम नवाज शरीफ ने पेशावर एयरबेस हमले की निंदा की की है. इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान ने ली है. सेना की ओर से जवाबी कार्रवाई में दो जवान के शहीद होने की भी खबर है.
इस हमले में कम से कम 22 लोग घायल हो गये हैं. बताया जा रहा है कि विस्फोटक से भरे जैकेट पहने हाथ से चलाए जाने वाले ग्रेनेड, मोर्टार, एके-47 राइफलों से लैस करीब 10 आतंकवादियों ने पहले एक सुरक्षा चौकी पर हमला किया फिर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर के बाहरी हिस्से में स्थित बडाबेर एयर बेस में घुस गये. मेजर जनरल आसिम बाजवा ने ट्विटर पर ट्वीट किया, ‘‘आतंकियों ने सुबह शिविर के निगरानी कक्ष पर हमला किया। त्वरित प्रतिक्रिया दल मौके पर पहुंचा, उसने घेरा डाला और उन्हें अलग-थलग कर दिया.’ उन्होंने बताया, ‘‘पाकिस्तानी सेना के त्वरित कार्रवाई दल ने तत्काल कारवाई की और आठ आतंकवादियों को मार गिराया।’ इस हमले में आठ सैनिकों और दो वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सहित कम से कम 22 लोग घायल हो गये. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान :टीटीपी: ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. टीटीपी के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने ईमेल के जरिए अपने एक बयान में कहा ‘‘हमारी आत्मघाती इकाई ने यह हमला किया.’
बाजवा ने बताया कि सुरक्षा बल शीघ्र ही घटनास्थल पर पहुंच गए और पूरे इलाके को सील कर दिया लेकिन गोलीबारी अब भी जारी है.’ बाजवा ने ट्वीट किया है, ‘‘अभियान भी जारी है. छिपे हुये आतंकवादियों की तलाश जारी है.’ सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ पेशावर के लिए रवाना हो गये हैं. बडाबेर एयर बेस कार्यशील नहीं है और इसका इस्तेमाल वायु सेना के कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए एक रिहायश स्थान के तौर पर किया जाता है. आतंकवादी पेशावर को अक्सर अपना निशाना बनाते रहे हैंं। पिछले साल दिसंबर में तालिबान के बंदूकधारियों ने सेना के एक स्कूल में हमला किया था जिसमें 150 से अधिक लोग मारे गए थे। इनमें से अधिकतर बच्चे थे.
पिछले महीने भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने बलूचिस्तान प्रांत में एक हवाई अड्डे पर हमला किया था और इसकी रडार प्रणाली को ध्वस्त कर दो इंजीनियरों को मार डाला था. पिछले साल जून में कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 10 आतंकवादियों सहित 36 लोग मारे गये थे.