मक्का : हज के दौरान मची भगदड़ में 14 भारतीयों की मौत, देखें मृतकों की सूची

मीना : हज के दौरान गुरुवार को मची भगदड में अबतक 14 भारतीयों की मौत की खबर है जिनमें से 9 गुजरात के हज यात्री हैं जबकि दो तमिलनाडु, दो झारखंड और एक महाराष्‍ट्र के हैं.इस घटना में कुल 717 लोग मारे गए हैं और 800 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. यह जानकारी विदेश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2015 9:41 AM

मीना : हज के दौरान गुरुवार को मची भगदड में अबतक 14 भारतीयों की मौत की खबर है जिनमें से 9 गुजरात के हज यात्री हैं जबकि दो तमिलनाडु, दो झारखंड और एक महाराष्‍ट्र के हैं.इस घटना में कुल 717 लोग मारे गए हैं और 800 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. यह जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दी है. सुषमा ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा, ‘‘जेद्दा में हमारे महावाणिज्य दूत ने भगदड में 14 भारतीयों की जान जाने की जानकारी दी है.’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘13 घायल अस्पताल में भर्ती हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘सउदी अधिकारियों द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद ही सटीक संख्या का पता चल पाएगा.’

सउदी अरब में वार्षिक हज के दौरान यह दूसरी सबसे बडी त्रासदी कल स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे हुई जब प्रतीकात्मक रुप से शैतान को पत्थर मारने के लिए जमारात की ओर जाने वाले हजयात्रियों की संख्या में अचानक बढोत्तरी होने से भगदड मच गई. अधिकारियों ने कल कहा था कि एक महिला और एक स्वयंसेवी समेत चार भारतीय इस भगदड में मारे गए। यह भगदड जमारात की ओर जाने वाली दो सडकों के मिलने वाले स्थान पर हुई. यह स्थान मक्का से लगभग पांच किलोमीटर दूर है.

वर्ष 1990 के बाद हज के दौरान होने वाली यह दूसरी सबसे भीषण त्रासदी है. वर्ष 1990 में पवित्र स्थलों की ओर जाने वाली एक सुरंग में भगदड मचने के कारण 1,426 हजयात्री मारे गए थे. इसी बीच जेद्दा में खबरों में कहा गया कि त्रासदी के बाद से 13 भारतीय लापता हैं.

अब तक का दूसरा सबसे बड़ा हादसा : 25 वर्ष में 2602 मौतें

-1426 लोगों की मौत हुई थी 1990 में मक्का की एक सुरंग में भगदड़ में 270 लोगों की मौत हुई थी.

-1994 में कंकड़ मारने की रस्म के दौरान.

-340 लोगों की मौत हुई थी मीना के टेंट में आग लगने से, 1500 लोग हुए थे घायल.

-180 लोगों की 1998 में भगदड़ के दौरान एक पुल से गिरने से हो गयी थी मौत.

-35 यात्रियों की 2001 में हज के आखिरी दिन मीना में मची भगदड़ में हुई थी मौत.

-244 यात्रियों की वर्ष 2004 में हज के अंतिम दिन हुई मौत.

-364 लोगों की हुई थी मौत शैतान को कंकड़ मारने की रस्म के ही दौरान वर्ष 2006 में , जिसमें 51 भारतीय थे

-107 हज यात्रियों की मौत हुई इसी वर्ष मुख्य मसिजद अल हरम में क्रेन गिरने से

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