न्यूयार्क: भारत, अमेरिका और जापान के बीचआजविदेश मंत्री स्तर की पहली बैठक होगी जो एशिया प्रशांत क्षेत्र की तीन शक्तियों की गोलबंदी प्रतिबिंबित करती है जबकि अधिकारियों का कहना है कि इसका लक्ष्य क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी और जापानी विदेश मंत्री फुमियो किशीदा संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से इतर मिलेंगे.यह तीनों देशों के बीच पहली मंत्रिस्तरीय बैठक होगी जो पिछले हफ्ते भारत अमेरिका सामरिक एवं वाणिज्यिक वार्ता के दौरान निर्धारित की गयी थी.
केरी-स्वराज-किशीदा की बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिले थे. इस बैठक में एशिया प्रशांत क्षेत्र की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गयी थी.मोदी ने ओबामा के साथ अपने संक्षिप्त संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं एशिया प्रशांत एवं हिन्द महासागर क्षेत्र को लेकर हमारी सामरिक दृष्टि और साथ ही जापान जैसे क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ हमारे संयुक्त जुडाव का स्वागत करता हूं.
उन्होंने कहा, इससे हमारे समुद्री सुरक्षा सहयोग को भी मजबूती मिलेगी.प्रधानमंत्री ने कहा, क्षेत्र में हमारे सामरिक जुडाव को और बढाने के लिए मैं एशिया प्रशांत आर्थिक समुदाय में भारत की सदस्यता के लिए अमेरिका के साथ काम करने को उत्साहित हूं. अधिकारियों ने यहां कहा कि त्रिपक्षीय बैठक का उद्देश्य क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सुरक्षा सुनिश्चित करना है.