अमेरिका की नाराजगी के बाद भी रूस ने सीरिया में विरोधियों के खिलाफ किये हवाई हमले
बेरुत : रूसी लडाकू विमानों ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के विरोधियों के खिलाफ ताजा हवाई हमले किए. दूसरी ओर अपने बलों के टकराव को टालने के लिये मास्को और वाशिंगटन एक-दूसरे से तत्काल बातचीत की तैयारियों में लगे हुए हैं. सीरिया में रूस द्वारा आज लगातार दूसरे दिन हवाई हमले किये गये. 1979 […]
बेरुत : रूसी लडाकू विमानों ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के विरोधियों के खिलाफ ताजा हवाई हमले किए. दूसरी ओर अपने बलों के टकराव को टालने के लिये मास्को और वाशिंगटन एक-दूसरे से तत्काल बातचीत की तैयारियों में लगे हुए हैं. सीरिया में रूस द्वारा आज लगातार दूसरे दिन हवाई हमले किये गये. 1979 में सोवियत संघ के अफगानिस्तान में नियंत्रण के बाद, मास्को ने कल पहली बार देश के बाहर सैन्य कार्रवाई शुरू की. रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने हमलों में असैन्य नागरिकों के मारे जाने के आरोपों को खारिज करते हुए, इन दावों को ‘सूचना युद्ध’ बताया.
असद के करीबी सहयोगियों में शामिल, मास्को ने कहा कि ताजा हमलों में इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह के चार ठिकानों को निशाना बनाया गया. इस आतंकवादी समूह ने सीरिया और पडोसी मुल्क इराक के बडे भू-भाग पर नियंत्रण किया हुआ है. उसने कहा कि हवाई हमले में ‘आतंकवादी’ मुख्यालय, हथियारों का एक गोदाम, एक कमांड सेन्टर और एक कार बम फैक्टरी नष्ट की गयी है. लेकिन दूसरी ओर, सीरियाई सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि हवाई हमले में इस्लामिक विद्रोहियों के शक्तिशाली गठबंधन ‘आर्मी ऑफ कॉन्क्वेस्ट’ को निशाना बनाया गया.
इसमें अल-कायदा का सीरिया धडा भी शामिल है और वह आइएस का धुर विरोधी है. सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से हटाने को लेकर 2011 में शुरू हुए विद्रोह ने गृह युद्ध का रूप ले लिया और इसमें हिस्सा लेने के लिए बडी संख्या में जिहादी विदेशों से आ रहे हैं. मास्को ने इन आरोपों को खारिज किया है कि हवाई हमले में असद के खिलाफ लड रहे विद्रोहियों को निशाना बनाया गया है. अमेरिकी सीनेटर जॉन मैक्केन ने कहा कि रूसी युद्धक विमानों ने ‘हमारे सीआइए द्वारा सहायता प्राप्त और प्रशिक्षित’ समूहों पर हमला किया है.
सीनेट की आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के अध्यक्ष मैक्केन ने दलील दी कि, इस कदम ने असद को बनाए रखने की मास्को की असली प्राथमिकता को दिखा दिया है. उन्होंने कहा कि यह ‘पूरी तरह पुष्ट’ है कि हवाई हमले ‘फ्री सीरियन आर्मी’ और अन्य समूहों पर किये गये हैं जिन्हें सीआइए ने हथियार और प्रशिक्षण दिया है. अमेरिका समर्थित विद्रोही समूह सुकुर अल-जबाल (पर्वतों के बाज) ने कहा कि रुसी युद्धक विमानों ने इदलिब प्रांत में स्थित उसके प्रशिक्षण शिविर पर 10 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं.