काबुल : अफगानिस्तान के कुंडूज शहर में एक अस्पताल पर अमेरिकी हवाई हमले में 19 लोग मारे गए. इस बमबारी की संयुक्त राष्ट्र ने निंदा करते हुए इसे ‘अक्षम्य और संभवत: आपराधिक’ भी बताया. चिकित्सीय परमार्थ संस्था एमएसएफ ने बताया कि हमले में दर्जनों अन्य लोग गंभीर रुप से घायल हुए हैं. यह अस्पताल एक महत्वपूर्ण जीवनरेखा है और संघर्ष के दौरान इसमें अपनी क्षमता से अधिक लोग भर्ती हैं. उत्तरी प्रांत की राजधानी पर कई दिनों तक तालिबान का नियंत्रण रहा.
हमला शनिवार तडके हुआ. हमले ने इमारत को आग की लपटों में ले लिया. डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने तस्वीरें पोस्ट की हैं जिसमें अस्पताल के कर्मचारी अचंभित दिख रहे हैं. संस्था ने कहा, ‘‘स्थानीय समयानुसार तडके दो बजकर 10 मिनट पर लगातार बमबारी के दौरान कुंडूज में एमएसएफ ट्रामा सेंटर पर कई बार बम बरसाए गए और अस्पताल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.’ संस्था ने कहा, ‘‘12 कर्मचारी और तीन बच्चों समेत कम से कम सात मरीजों की मौत हुई है और 37 लोग घायल हुए हैं. यह हमला अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का गंभीर उल्लंघन है.’ परमार्थ संस्था ने कहा कि अमेरिकी और अफगान सैन्य अधिकारियों को पहली बार उनपर हमला किए जाने की जानकारी दिए जाने के 30 मिनट से अधिक समय बाद तक बमबारी जारी रही.
वक्तव्य में कहा गया है, ‘‘काबुल और वाशिंगटन समेत संघर्ष के सभी पक्षों को एमएसएफ अस्पताल के (जीपीएस कॉर्डिनेट्स) स्थान के बारे में साफ तौर पर जानकारी दी गई थी।’ नाटो ने माना कि अमेरिकी बल हमले के पीछे हो सकते हैं लेकिन एमएसएफ के विशेष दावों पर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है. एमएसएफ ने अब तक सभी पक्षों के युद्ध में घायलों का इलाज किया है. हमले में नजदीकी चिकित्सा सुविधा पूरी तरह नष्ट हो गई हो सकती है. इस घटना की जांच की जा रही है. इस घटना ने अफगानिस्तान में अमेरिकी हवाई हमले के इस्तेमाल को लेकर चिंता को फिर से जीवित कर दिया है. तालिबान विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका नीत नाटो के 14 साल के अभियान के दौरान यह काफी विवादास्पद मुद्दा रहा है.
संयुक्त राष्ट्र अधिकार प्रमुख जाईद राद अल हुसैन ने घटना की पूर्ण और पारदर्शी जांच की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘अगर अदालत में जानबूझकर अस्पताल पर हवाई हमला किए जाने की बात स्थापित होती है तो यह युद्ध अपराध हो सकता है.’ उन्होंने कहा, ‘‘यह घटना काफी दुखद, अक्षम्य और संभवत: आपराधिक भी है.’ अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने कहा कि पूर्ण जांच की जा रही है. बमबारी अफगान शहर पर सोमवार को तालिबान विद्रोहियों के कब्जा कर लेने के बाद की गई है. यह पहला बडा शहर है जिसपर 2001 के बाद से आतंकवादियों ने कब्जा किया है.
अफगान रक्षा मंत्रालय ने घटना पर गहरा दुख प्रकट किया. मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘हल्के और भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों का एक समूह-अस्पताल भवन का इस्तेमाल अफगान बलों और असैनिकों को निशाना बनाने के लिए ठिकाने के तौर पर कर रहा था.’