अंकारा : तुर्की की राजधानी अंकारा में वामपंथियों और कुर्द समर्थक विपक्षी समूहों द्वारा आयोजित एक शांति रैली में शामिल हुए कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर किए गए दो विस्फोटों में शनिवार को 96 लोगों की मौत हो गयी जबकि 200 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. फिलहाल सरकार की ओर से 86 लोगों के मरने की पुष्टि की गयी है.
इस विस्फोट का एक वीडियो सामने आया है जिसमें शांति से प्रदर्शन कर रहे लोगों को निशाना बनाकर किए गए विस्फोट की साफ तस्वीर नजर आ रही है. अंकारा के मुख्य रेलवे स्टेशन के निकट हुआ यह हमला इस शहर के इतिहास में सबसे जघन्य हमला है और आगामी एक नवंबर होने वाले मध्यावधि चुनाव से पहले तनाव पैदा हो गया है. विस्फोटों के बाद कार्यकर्ताओं के शव पूरे मैदान में पडे थे और बैनर भी निकट में बिखरे हुए थे. ये लोग ‘कार्य, शांति एवं लोकतंत्र’ रैली के लिए एकत्र हुए थे.
धमाके के बाद तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री महमत मुआजिनोगलू ने संवाददाताओं को बताया कि 62 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 24 लोगों ने अस्पताल में दम तोड दिया. उन्होंने कहा कि हमले में 186 लोग घायल भी हुए हैं. मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. तुर्की के राष्ट्रपति रेकेप तैयिप एरदोगान ने ‘इस जघन्य’ हमले की निंदा करते हुए कहा है कि इसका मकसद ‘हमारी एकता और हमारे देश की शांति’ को भंग करना था. तुर्की की सरकार के एक अधिकारी ने एएफपी को बताया कि प्रशासन को ‘संदेह है कि इस हमले से आतंकी तार जुडे हुए हैं. ‘ अधिकारी ने इस बारे में ब्यौरा नहीं दिया. विस्फोट के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई. पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया.
यहां 52 वर्षीय प्रत्यक्षदर्शी अहमद ओनेन ने कहा, ‘‘हमने भीषण विस्फोट की आवाज सुनी और इसके बाद एक छोटा धमाका हुआ. इसके बाद भागमभाग और अफरातफरी देखी गई. फिर हमने देखा के चारों ओर शव पडे हुए हैं.’ शुरुआती खबरों में कहा गया था कि एक धमाका हुआ है लेकिन बाद में तुर्की के मीडिया ने कहा कि दो धमाके हुए हैं.विस्फोटों के बाद जमीन पर प्रदर्शनकारियों के शव बिखरे देखे गए. प्रदर्शनकारियों के वे बैनर भी बिखरे पडे थे जिन पर ‘‘काम, शांति और लोकतंत्र’ संबंधी नारे लिखे थे. तुर्की के प्रधानमंत्री अहमत दावुतोग्लु के कार्यालय द्वारा अद्यतन की गई सूचना के अनुसार हमले में 246 लोग घायल हुए हैं जिनमें से 48 गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराए गए हैं.