बिहार चुनाव : पढिए पहल चरण की 49 सीटों के मुकाबले का पूरा हाल
इलेक्शन डेस्क पटना :बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के लिए पहले चरण के लिएमतदानआज सुबहसातबजेशुरू हो गया. इस चरण में कुल 49 सीटों पर वोट पड़ रहे हैं और वोटरों वखासकर महिलाओं व युवाओं में जबरदस्त उत्साह साफ नजर आ रहा है.इस निर्णायक चुनावी महासमर की ओर से चुनावी जंग की दो धुरी महागंठबंधन व एनडीए […]
इलेक्शन डेस्क
पटना :बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के लिए पहले चरण के लिएमतदानआज सुबहसातबजेशुरू हो गया. इस चरण में कुल 49 सीटों पर वोट पड़ रहे हैं और वोटरों वखासकर महिलाओं व युवाओं में जबरदस्त उत्साह साफ नजर आ रहा है.इस निर्णायक चुनावी महासमर की ओर से चुनावी जंग की दो धुरी महागंठबंधन व एनडीए की राजनीतिक सेनाएं सज गयी हैं और उन्होंने इसके लिए पूरी कसरत भी बीते 20 से 25 दिनों मेंकर ली है. हर दल ने चुनावी गेंद पर अपनी पूरी ताकत से किक मारा है और अब जनता के पाले में गेंद है और वह वह जिस अंदाज में किक मारेगी, वही खेल को अंजाम तक पहुंचायेगा. पहले चरण में पूर्वी बिहार के आठ जिलों के अलावा समस्तीपुरव नवादायानी कुलदस जिलों में वोट पड़ने हैं. इस चरण मेंज्यादातर सीटों पर दो पक्षीयमुकाबलामहागंठबंधन व एनडीए के बीच में है,लेकिनकुछजगह दूसरे राजनीतिक दल व निर्दलीय मुकाबले कोत्रिकोणीय वचतुष्कोणीय भी बना रहे हैं.इसचरण में कई हाइप्रोफाइल सीटें हैं और कईबड़ेनेताओं के बेटे,भतीजे व भाई मैदान में हैं.इस कारण यह उनके लिएप्रतिष्ठा का भी सवाल है. इस चरण में जमुई,मुंगेर व बांका की कुछ नक्सल प्रभावित सीटें भी हैं.
583 उम्मीदवार, 1.35 करोड़ से अधिक वोटर
पहले चरण में कुल 583 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस चरण में49सीटों के 13212 बूथों पर 72 लाख 37 हजार 253 पुरुष वोटर व 63 लाख 17 हजार 602 महिला वोटर वोट कर सकेंगे, जिसमें युवाओं व पहली बार वोट करने वाला का भी बड़ा प्रतिशत होगा. इस चरण में 1.20 लाख सुरक्षा कर्मी मतदान के लिए लगाये गये हैं व हेलीकॉप्टर व ड्रोन कैमरे से भी निगरानी का प्रबंध किया गया है. इस चरण में आठ सुरक्षित सीटें हैं, जिसमें सात अनुसूचित जाति के व एक अनुसूचित जनजाति के हैं.
पहले चरण की 49 सीटों में से पिछली बार 30 जदयू ने, 13 भाजपा ने यानी तत्कालीन एनडीए ने ही 43 सीटें जीती थी. इस बार वे दोनों आमने सामने मुकाबले में हैं और दोनों गंठबंधनों की धुरी बने हैं. पिछली बार इन सीटों में से राजद चार, भाकपा एक व कांग्रेस एक सीट जीत सकी थी. पहले चरण में नीतीश कैबिनेट के दो मंत्रियों जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी सरायरंजन से और भवन निर्माण मंत्री दामोदर रावत झाझा सीट से मैदान में हैं.
मुकाबले का अंकगणित
पहले चरण में जदयू के 24 उम्मीदवार मैदान में हैं यानी वह अपनी जीती हुई छह सीटें पहले चरण में ही सहयोगी राजद व कांग्रेस के लिए छोड़ चुका है. इस चरण में कांग्रेस के आठ उम्मीदवार हैं, हालांकि वह पिछली बार मात्र एक सीट कहलगांव की ही जीत पायी थी.हालांकिभागलपुरकी सीट कांग्रेस ने उपचुनावमें जीती थी. वहीं राजद 17 सीटों पर मैदान में है. वह पिछली बार चार सीटें जीत सका था. अगर हम बात एनडीए की करें तो वहां भाजपा 27 सीटों पर, लोजपा 13 सीटों, रालोसपा छह सीटों पर मैदान में है. इस चरण में एनडीए की घटक जीतन राम मांझी की हम पार्टी राजेश कुमार दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है. उनके लोग भाजपा से भी लड़ रहे हैं. पिछली बार भाजपा 13 सीटें जीती थी.
बिहार चुनाव में सीट संख्यावार पहले चरण के महागंठबंधन व एनडीए उम्मीदवारों की सूचीवपिछली बारकीजीत कापूराहाल :
जिला समस्तीपुर, सीटें दस
नोट : इस सीट से जदयू के अशोक कुमार सीटिंग उम्मीदवार हैं.
नोट : इस सीट से अख्तरुल इस्लाम शाहिन राजद केसीटिंग उम्मीदवार हैं.
नोट : इस सीट से पिछली बार जदयू के वैद्यनाथ सहनी जीते थे, जो मंत्री भी हैं, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हीं की जाति से विद्यासागर निषाद को उम्मीदवार बनाया है.
नोट : विजय कुमार चौधरी यहां से सीटिंग विधायक हैं और मंत्री हैं.वे जदयू के कद्दावर नेता व नीतीश कैबिनेट के बड़े मंत्री हैं.
नोट : राजद के अजय कुमार बलगानीन यहां से पिछली बार जीते थे.
नोट : जदयू की यहसीटिंग सीट है और यहां से रामबालक सिंह विधायक हैं.
नोट : इस सीट पर भाजपा की मंजू हजारी का कब्जा है.
नोट : इस सीट से पिछली बार राजकुमार राय ही जीते थे और वे सीटिंग विधायक हैं.
(सीट संख्या 131 से 140 तक समस्तीपुर जिले में आती हैं. यहां कुल दस सीटें हैं.)
नोट: जदयू की मंजू वर्मा ही यहां से पिछली बार चुनाव जीती थीं और वे सीटिंग विधायक हैं.
नोट : भाकपा के अवधेश कुमार राय यहां से पिछली बार जीते थे.
नोट :इस सीट से पिछली बार भाजपा के ललन कुमार जीते थे.
नोट : इस सीट से पिछली बार जदयू के नरेंद्र कुमार सिंहउर्फ बोगो सिंह ही जीते थे और यह उनकी सीटिंग सीट है.
नोट :इस सीट से राजद के नारायण यादव सीटिंग विधायक हैं और वे मैदान में भी हैं.
नोट : भाजपा के सुरेंद्र मेहता ही यहां से सीटिंग विधायक हैं और पार्टी ने उन्हें ही मैदान में उतारा है.
नोट : यह सीट वर्तमान में भाजपा के रामानंद राम ही विधायक हैं.
(सीट संख्या 141 से 147 तक बेगुसराय जिल में हैं. यहां कुल सात सीटें हैं.)
नोट : यहां से पिछली बार जदयू के रामचंद्र सदा चुनाव जीते थे, पर इस बार यहां से राजद लड़ रहा है.
नोट : इस सीट से पूनम देवी यादव जदयू की सीटिंग विधायक हैं और मुकाबले में भी हैं.
नोट : इस सीट से पिछली बार जदयू के रामानंद सिंह चुनाव जीते थे और मुकाबले में भी हैं.
(सीट संख्या 148 से 151 तक खगड़िया जिले में हैं, जो कुल चार सीटें हैं.)
नोट : भाजपा के कुमार शैलेंद्र ही यहां से पिछली बार चुनाव जीते थे और मुकाबले में भी हैं.
नोट : यहां से नरेंद्र कुमार नीरज ही पिछली बार चुनाव जीते थे, अब उनके उनका मुकाबला भाजपा के अनिल यादव से है.
नोट : यहां से भाजपा के अमन कुमारपिछली बार जीते थे, अबकी उनकी जगह नये प्रत्याशी मैदान में हैं.
नोट : यह सीट पिछली बार सदानंद सिंह ने ही कांग्रेस के टिकट पर जीती थी और वे महागंठबंधन की ओर से मैदान में भी हैं.
नोट : यहां सेपिछली बार विधानसभा चुनाव में भाजपा के अशि्वनी कुमार चौबे जीते थे, लेकिन 2014 में उनके बक्सर से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यहां हुए उपचुनाव में कांग्रेस के अजित शर्मा जीत गये थे.
नोट : यह से जदयू के सुबोध राय ही पिछली बार जीते थे और फिर मैदान में हैं.
नोट : यहां से पिछली बार जदयू के अजय कुमार मंडल ही चुनाव जीते थे और इस बार वे मुकाबले में भी हैं.
(सीट संख्या 152 से 158 तकभागलपुर जिले में हैं. कुल सात सीटें हैं.)
नोट : यहां से जनार्दन मांझी ही पिछली बार जदयू के टिकट पर चुनाव जीते हैं.
नोट : रामनारायण मंडल भाजपा केसीट पर पिछली बार चुनाव जीते थे और इस बार फिर मैदान में भी हैं.
नोट : यह सीट पिछली बार भाजपा के टिकट पर सोनेलाल हेंब्रम ने जीती थी, लेकिन इस बार भाजपा ने नया चेहरामैदान में उतारा है.
163. बेलहर : यहां से महागंठबंधन की ओर से जदयू उम्मीदवार गिरिधारी यादव मैदान में हैं और उनका मुकाबला एनडीए की ओर से भाजपा उम्मीदवार मनोज यादव से है.
नोट : इस सीट से पिछली बार जनता दल यूनाइटेड के गिरिधारी यादव ही जीते थे और वे इस बार भी मैदान में हैं.
(सीट संख्या 159 से 163 तकबांकाजिले में हैं. कुल पांच सीट.)
नोट : यहां से पिछली बार जदयू से नीता चौधरी चुनाव जीतीं थी. इस बार मेवालाल चौधरी को मैदान में पार्टी ने उतारा है.
नोट : इस सीट से पिछली बार जदयू के अनंत कुमार सत्यार्थी ने चुनाव जीता था, पर इस बार यह सीट राजद के खाते में चली गयी है.
नोट : यह सीट पिछली बार जदयू के शैलेश कुमार ने जीती थी और इस बार भी वे मैदान में हैं.
(सीट संख्या 164 से 166 तक मुंगेर जिले में हैं, कुल तीन सीट.)
नोट : यहां से पिछली बार भाजपा के प्रेमरंजन पटेल ही मैदान जीते थे और इस बार भी वे मैदान में हैं.
नोट : इस सीट सेपिछलीबार विजय कुमार सिन्हा ही चुनाव जीते थे और वे इस बार फिर मैदान में हैं.
(सीट संख्या 167 से 168 तकलखीसराय जिल में है, कुल दो सीट.)
नोट : इस सीट से पिछली बार जदयू के टिकट पर रणधीर कुमार सोनी ही मैदान जीते थे और फिर नेतृत्व ने उन्हें मुकाबले में उतारा है.
नोट : इस सीट से पिछली बार जदयू केटिकट पर गजानंद शाही ने मैदान जीता था, लेकिन इस बार जदयू ने यह सीट अपने सहयोगी कांग्रेस को दे दी है.
(सीट संख्या 169व 170 तक शेखपुर जिले में है, कुल दो सीटें हैं.)
नोट : इस सीट से पिछली बार भाजपा केकन्हैया कुमार जीते थे, पार्टी ने इस बार नये चेहरे को मैदान में उतारा है.
नोट : यहां से पिछली बार पिछली बार भाजपा के अनिल सिंह ही चुनाव जीते थे.
नोट : इस सीट से पिछली बार जनता दलयूनाइटेडकी श्रीमती पूर्णिमा यादव चुनाव जीती थीं, लेकिन इस बार यह सीट महागंठबंधन की ओर से राजदकोटे में चली गयी.
नोट : इस सीट से पिछली बार जदयू के कौशल यादव चुनाव जीते थे और सीट बंटवारे के फार्मूले के तहत राजद के खाते में चली गयी.
नोट : इस सीट को पिछली बार जदयू से प्रदीप कुमार ने ही जीता था और फिर मैदान में हैं.
(सीट संख्या 235 से239 तक नवादा जिले में है, कुल पांच सीटें हैं.)
नोट : यहां से पिछली बार जदयू के टिकट पर रामेश्वर पासवान चुनाव जीते थे और इस बार यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गयी है.
नोट :इस सीट से पिछली बार जदयू केटिकट पर अजय प्रताप सिंह ही जीते थे, लेकिन बाद मेंजीतन राम मांझी विवाद के कारणजदयू में हुए विभाजन के बाद पिता के साथ हम में आ गये और सीट शेयरिंग फार्मूले के तहत उन्हें भाजपा सेएनडीए का उम्मीदवार बनाया गया है.
नोट : इस सीट से पिछली बार जदयू के टिकट पर दामोदर रावत ही चुनाव जीते थे वे नीतीश सरकार में मंत्री भी हैं.
नोट : यहां से पिछली बार जदयू के टिकट पर नरेंद्र सिंह के बेटे सुमित कुमार सिंह ही जीते थे, जो इस बार निर्दलीय मैदान में हैं.