हम धर्मनिरपेक्ष ताकतों को सरकार गठन में मदद करेंगे : तारिक

कटिहार : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने आज भाजपा नीत राजग और जदयू, राजद, कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन पर बिहार विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सांप्रदायिक एवं जातीय तनाव पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया.राकांपा के महासचिव और स्थानीय सांसद तारिक अनवर ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2015 4:20 PM

कटिहार : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने आज भाजपा नीत राजग और जदयू, राजद, कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन पर बिहार विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सांप्रदायिक एवं जातीय तनाव पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया.
राकांपा के महासचिव और स्थानीय सांसद तारिक अनवर ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए चार दिवसीय दौरे पर आज यहां संवाददाताओं को बताया ‘‘चुनाव में विकास के मुद्दे अब गौण हो गये हैं और भाजपा नीत राजग एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत धर्मनिरपेक्ष महागठबंधन सांप्रदायिक एवं जातीय तनाव उत्पन्न कर चुनाव जीतना चाहते हैं.’’

उन्होंने कहा कि वह मतदाताओं से 201 सीटों पर धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने की अपील करेंगे क्योंकि राकांपा बिहार में 42 सीटों पर चुनाव लड रही है.

तारिक ने कहा कि बिहार का परिणाम जो भी हो, उनकी पार्टी धर्मनिरपेक्ष ताकतों को सरकार बनाने में मदद करेगी.
उन्होंने माना कि लगभग सभी सीटों पर कडा मुकाबला है. पर उन्होंने दावा किया कि राकांपा कटिहार और आसपास के क्षेत्रों में बेहतर स्थिति में है.

विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की कथित असंसदीय भाषा और निजी हमलों के बारे में राकांपा नेता ने कहा कि ऐसे लोगों द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किए जाने के बावजूद चुनाव आयोग उनके खिलाफ कार्रवाई करने में असहजता महसूस करता है.

उल्लेखनीय है कि राकांपा ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा कथित भाजपा समर्थक बयान दिए जाने के बाद 15 अक्तूबर को खुद को तीसरे मोर्चे से अलग कर लिया था.

पार्टी का रुख दोहराते हुए अनवर ने कहा कि राकांपा ने इसलिए तीसरा मोर्चा छोडने का फैसला किया क्योंकि सपा और पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी ने भाजपा के प्रति नरम रुख दिखाया था.

तारिक ने कहा कि मुलायम के भाजपा समर्थक बयान से उन्हें निजी तौर पर पीडा हुई और इससे भी बडी बात यह है कि मुलायम के बयान पर लालू प्रसाद ने कुछ नहीं कहा जिससे पता चलता है कि वह अपने रिश्ते को अधिक महत्व देते हैं.

Next Article

Exit mobile version