अब हवा से बिजली बनाने की तैयारी

वैज्ञानिक लॉर्ड ड्रेसन ने लंदन के रॉयल इंस्टीट्यूशन में एक ऐसी ही तकनीक का प्रदर्शन किया. उनका दावा है कि फ्रीवोल्ट नामक यह टक्नोलॉजी हवा में मौजूद तरंगों की ऊर्जा को इस्तेमाल कर बहुत कम उर्जा से चलनेवाले उपकरणों जैसे सेंसरों को बिजली मुहैया करायी जा सकती है. इस तकनीक में हवा में 4जी और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 22, 2015 5:30 AM
वैज्ञानिक लॉर्ड ड्रेसन ने लंदन के रॉयल इंस्टीट्यूशन में एक ऐसी ही तकनीक का प्रदर्शन किया. उनका दावा है कि फ्रीवोल्ट नामक यह टक्नोलॉजी हवा में मौजूद तरंगों की ऊर्जा को इस्तेमाल कर बहुत कम उर्जा से चलनेवाले उपकरणों जैसे सेंसरों को बिजली मुहैया करायी जा सकती है. इस तकनीक में हवा में 4जी और डिजिटल टेलीविजन की रेडियो तरंगों की ऊर्जा का इस्तेमाल होता है.
लॉर्ड ड्रेसन कहते हैं कि यह दुनिया की पहली ऐसी तकनीक होगी, जिसके लिए किसी अतिरिक्त ढांचे की जरूरत नहीं होगी़ यह ऐसी ऊर्जा को रिसाइकिल करता है, जो इस्तेमाल से बची रह जाती है. रॉयल इंस्टीट्यूट में इस तकनीक का प्रदर्शन किया गया. यह वही संस्थान है, जहां माइकल फ्राइडे ने 19वीं शताब्दी में विद्युत चुंबकत्व पर काम किया था. लॉर्ड ड्रेसन ने एक पर्सनल पॉल्यूशन मॉनिटर क्लीनस्पेस टैग के जरूरत भर की बिजली पैदा करने का प्रदर्शन किया. यह पॉल्यूशन मॉनिटर एक अभियान के तहत बनाया गया है, ताकि शहरों में वायु गुणवत्ता को सुधारा जा सके़ इस उपकरण में एक बैटरी होती है जो फ्रीवोल्ट के माध्यम से रिचार्ज होती रहती है.
स्त्रोत : बीबीसी

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