पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में आरक्षण का मुद्दा एक बार फिर हवा में तैरने लगा है. इस बार इस मुद्दे पर नीतीश-लालू पर बरसे हैं लोजपा सुप्रीमों रामविलास पासवान. पासवान ने लालू-नीतीश को इस मुद्दे पर कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि लालू और नीतीश का स्टैंड इस मुद्दे पर एक नहीं है. रामविलास नेकहाकि नीतीश-लालूने प्रमोशन में आरक्षण का कई बार विरोध किया है.लोजपासुप्रीमों के मुताबिक मुलायम सिंह के नेतृत्व में गत दो सालों से इन्हीं लोगों के विरोध की वजह से संसंद में प्रमोशन में विधेयकका आरक्षण पारित नहींहो सका.
एनडीए के मुख्य घटक दल के मुखिया और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर सफाई देते हुए कहा कि आरएसएस प्रमुख के बयान को गलत संदर्भ में समझा गया. पासवाल के मुताबिक भागवत ने हार्दिक पटेल की मांग के संदर्भ में बयान दिया था. जिसे लालू-नीतीश अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं.
पासवान ने लालू-नीतीश पर जातिवादी राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में इनलोगों के पास विकास का मुद्दा नहीं बल्कि जनता को गुमराह करने के लिए जात-पात और आरक्षण को मुद्दा बना रहे हैं. लोजपा सुप्रीमों ने हरियाणा की घटना पर कहा कि राज्य सरकार को इसपर गंभीरता से विचार करना चाहिए और दोषियों को कठोर सजा दी जानी चाहिए.