पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए शेष बचे तीन चरणों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से धुआंधार प्रचार की शुरु आत कर दी हैं. इसी कड़ी में आज पीएम मोदी ने छपरा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते महागंठबंधन पर जमकर निशाना साधा है. इस दौरान उन्होंने बिहार में विकास के लिए छह सूत्रीय कार्यक्रम को भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने सभा में मौजूद भीड़ की ओर इशारा करते हुए कहा कि साफ दिख रहा है कि 8 तारीख की बिहार की दिवाली कैसी होगी. उन्होंने कहा कि ये चुनाव बिहार ही नहीं, पूरे हिंदुस्तान के लिए दो-दो दिवाली लेकर आयेगा और एक छोटी सी दिवाली की शुरुआत हो चुकी है. पढ़िए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से जुड़ी दस अहम बातें..
ये सभा परिवर्तन के संकल्प का मेला
पीएम मोदी ने कहा कि ये चुनावी सभा, रैली भी नहीं, रैला भी नहीं है. ये तो पर्वितन के संकल्प का मेला नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि साफ तौर पर दिख रहा है कि 8 तारीख की बिहार की दिवाली कैसी होगी. ये चुनाव बिहार ही नहीं, पूरे भारत के लिए दो-दो दिवाली लेकर आएगा और एक छोटी सी दिवाली की शुरु आत हो चुकी है.
बड़े भाई-छोटे भाई दे 25 साल का हिसाब
प्रधानमंत्री ने नीतीश-लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि बड़े भाई और छोटे भाई ने 25 साल तक बिहार में राज किया हैं. इन्हें पलपल का हिसाब देना चाहिए. हिसाब नहीं देना लोकतंत्र का सीधा-सीधा अपमान हैं. अब बिहार का नौजवान जाग चुका हैं. अब आप बिहार के नौजवानों के सपनों को कुचल नहीं पाओगे.
हम विकास तो, वे मोदी-मोदी करते हैं
नरेंद्र मोदी ने कहा कि एनडीए के नेता बिहार में विकास को लेकर बात करते हैं. लेकिन महागंठबंधन के नेता सिर्फ मोदी-मोदी कर रहे है. अस्सी फीसद से ज्यादा वक्त ये लोग यही करने में खर्च कर रहे हैं. आज बिहार के युवाओं को रोजगार के लिए राज्य को छोड़कर बाहर जाना पड़ता है. पापी पेट के लिए सैकड़ों लोगों को बाहर जाना पड़ रहा हैं. पीएम मोदी ने तंज करते हुए कहा कि परम आदरणीय लोकतांत्रिक नीतीश कुमार और लालू प्रसाद कहते जो खुद को सबसे बड़े तांत्रिक बता रहे हैं, ये दोनों बताये बिहार के नौजवानों को बाहर जाने के लिए किसने मजबूर किया. उन्होंने कहा कि हर दुखों की एक ही दवा है, वह हैं विकास.
छह सूत्रीय कार्यक्रम से बदलेगा बिहार का भाग्य
पीएम ने कहा, भारत का सदियों तक मार्गदर्शन करने वाली बिहार की धरती के लिए मेरा 3 सूत्रीय कार्यक्र म बिजली, पानी और सड़क है. वहीं बिहार के परिवारों के लिए भी मेरा तीन सूत्रीय कार्यक्र म युवकों को पढ़ाई, कमाई और बुजुर्गों को दवाई है. यह छह सूत्रीय कार्यक्र म बिहार का भाग्य बदलेगा. उन्होंने कहा कि अगर 25 सालों में इतना ही कर दिया जाता तो बिहार का भाग्य बदल जाता.
परिवार की चिंता के सिवाय और की नहीं चिंता
पीएम मोदी ने कहा कि महागंठबंधन में शामिल प्रमुख दलों के नेताओं को परिवार की चिंता सबसे ज्यादा रही हैं. इस कारण उन्होंने बिहार के परिवारों की चिंता नहीं की.
नीतीश हमें दिन रात याद करते हैं
सिवान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जान बचाने के लिए लोगों को यहां से बाहर निकलना पड़ा. हमें बताया गया कि यहां जेल से टिकटें बांटी गयी. नीतीश हमें दिन रात याद करते है. उनकी विरोध भक्ति काबिले तारीफ हैं. और वो मुझसे सवाल करते रहते थे. सारण में दलित के बच्चों की जान जहरीला भोजन खाने हुई थी. आपको उनसे मिलने का समय नहीं था. यह चुनाव बिहार का है और जनता को पापों का हिसाब दिया जाना चाहिए.
चंद्रशेखर का जिक्र
चंद्रशेखर बलिया के थे. इन्होंने जयप्रकाश नारायण के लिए कांग्रेस से नाता तोड़ दिया. नीतीश कुमार की मौकापरस्ती देखियें, जहां चंद्रशेखर ने जयप्रकाश के लिए कांग्रेस छोड़ दिया, वहीं आज जेपी को छोड़कर नीतीश कांग्रेस के साथ हो गये. इससे उनकी नीयत का पता चलता हैं.
आरजेडी का मतलब राष्ट्रीय जादू-टोना पार्टी
पीएम मोदी ने कहा कि स्वार्थबंधन में तीन खिलाड़ी है. एक बड़े भाई, एक छोटे भाई और एक मैडम. मुङो पहली बार पता चला कि इसमें तीन नहीं चार खिलाड़ी हैं. एक लालू, दूसरे नीतीश, तीसरा सोनिया और चौथा तांत्रिक. पीएम ने कहा कि तंत्र-मंत्र से लोकतंत्र नहीं चलता. साथ ही उन्होंने आरजेडी का मतलब राष्ट्रीय जादू-टोना पार्टी बताया. ऐसे लोगों को चुन चुनकर साफ कर दो साथियों.
सत्ता में आये नहीं कि माइक वाले को उठाकर पटकने की बात कह दी
लालू प्रसाद पर हमला तेज करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अभी सत्ता आये नहीं कि गरीब माइक वाले को पटक देने की बात कहने लगे. क्या गरीबों पर इस प्रकार का जुल्म करोगे. मुङो मेरा बचपन याद आ गया जब हम चाय बेंचा करता था. रेलवे के अधिकारी ऐसे ही धमकी हमें दिया करते थे. लालू आज दो बेटों के लिए वे प्रयास कर रहे हैं. इस बार दाल नहीं गलने वाली है.
बिजली न मिलने से राज्य को हुआ नुकसान
प्रधानमंत्री ने कहा, अगर 25 सालों में राज्य में बिजली पहुंची होती तो कारखाने चलते, किसान को पानी मिलता, नौजवानों को रोजगार मिलता, लेकिन इन लोगों (नीतीश और लालू) को अपने परिवार के अलावा किसी और की चिंता नहीं. अगर राजग की सरकार बनेगी तो मैं राज्य सरकार से कहूंगा कि कमेटी का गठन कर यहां उद्योग कैसे शुरू हो, उसकी छानबीन कर नौजवानों को रोजगार दिलाने को कहूंगा.